एयूकेयूएस में भारत को किस वजह से नहीं मिली एंट्री-क्या था इसके पीछे राज-जानिए, इस खबर में……………….?

एसएनई न्यूज़.वाशिंगटन।

अभी-अभी अमेरिका से एक बहुत बड़ी खबर सामने आई। एयूकेयूएस में भारत को एंट्री नहीं मिली है। एक प्रकार से देखा जाए तो भारत के लिए एक बहुत झटका भी है। इसके पीछे का कारण, भारत देश रूस-ईरान के साथ संबंध भी रखना चाहता है। जिसका अमेरिका शुरु से ही विरोध करता आया।  एयूकेयूएस का मतलब है कि ऑस्ट्रेलिया-ब्रिटेन-अमेरिका है। इस समझौते के तहत तीनों देश मिलकर हिंद-प्रशांत में चायना की आक्रमता को कमजोर करना चाहते है। 


इस बात की पुष्टि अमेरिका की प्रेस सचिव साकी ने पत्रकारों के सवाल-जवाब के उतर में दी। उन्होंने बताया कि हिंद-प्रशांत में चायना का दबाव अधिक बढ़ रहा है, इसलिए तीनों देश की सेना संयुक्त रूप से वहां पर अपना मजबूत स्थान बनाएंगी। इस समझौते के तहत हिंद-प्रशांत महासागर में पनडुब्बियां बनाने के लिए रूपरेखा तैयार की गई। बताया जा रहा है कि आस्ट्रेलिया को पनडुब्बियां बनाने में खासा महारत है। 


भारत को इस समझौते में एंट्री नहीं मिलने के कारण कुछ रोष भी जताया जा है। जबकि भारत अपना संबंध रूस-ईरान के साथ भी बरकरार रखना चाहता है। इन दोनों देशों का अमेरिका के साथ विवाद चल रहा है। इसलिए भारत को इस समझौते में एंट्री नहीं मिली है, जबकि क्याड्रलीलेट्रल सिक्योरिटी डायलॉग (क्यूयूएडी) में  अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, भारत , जापान का आपस में समझौता बरकरार है। 

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