एसएनई न्यूज़.पेशावर।
अभी-अभी पाकिस्तान मुल्क के पेशावर में एक सिख की अज्ञात बदमाशों द्वारा बेरहमी से हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि सतनाम सिंह पेशे से निजी डॉक्टर थे, उन्हें चार गोलियां लगने के बाद अस्पताल ले जाएंगा, जबकि वहां के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अल्पसंख्यक आयोग तथा वहां की हिंदू-सिख बिरादरी में खासा गुस्सा देखने को मिल रहा है, जबकि इमरान सरकार का इस घटनाक्रम को लेकर अभी तक कोई बड़ा बयान नहीं आया। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर केस की जांच पड़ताल शुरू कर दी।
जानकारी के मुताबिक पेशावर शहर के एक रोड पर स्थित सतनाम सिंह की एक क्लीनिक है। घटनाक्रम के दौरान वह मरीजों का चेकअप कर रहे थे तो अज्ञात बदमाश क्लीनिक में घुस आए। उन्होंने पांच गोलियां सीधे डॉक्टर सतनाम पर दाग दी। आनन-फानन में उन्हें लेकर गए गए, जबकि अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि सतनाम सिंह की किसी के साथ कोई दुश्मनी भी नहीं थी। हर किसी के साथ उनका व्यवहार काफी अच्छा रहा है। इस घटनाक्रम को लेकर हर समुदाय के लोगों ने निंदा की।
इस गोली की आवाज भारत में भी सुनाई दी। कुछ सिख संगठनों ने पाकिस्तान में बेकसूर सिख के कत्ल किए जाने की वहां की सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार अल्पसंख्यक का ध्यान रखने में सरासर नाकाम रहीं है। खासकर, पाकिस्तान में सिखों के साथ काफी जुल्म ढाए जा रहे है। मांग की कि सरकार इस मामले के साथ संबंधित आरोपियों को जल्द पकड़े तथा उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।
पाकिस्तान को अल्पसंख्यक मामलों में लग चुकी है फटकार
आज के हमले को लेकर हिंदुस्तान से लेकर शांति पसंद विश्व के कई देशों ने इस घटनाक्रम को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते कहा कि पाकिस्तान में दिन प्रतिदिन अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ रहे हमले पाकिस्तान की इमरान सरकार की सबसे बड़ी नाकामी सामने आती है। हमेशा से ही अपनी सरकार प्रशंसा करने वाले अब इमरान साहब कहां पर है, क्यों नहीं उनकी हकुमत अल्पसंख्यकों के खिलाफ होने पर हमलों के खिलाफ रोक नहीं पाई।