बुरी खबर–रुस-यूक्रेन युद्ध में भारतीय छात्र की मौत…विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की

नितिन धवन.अंतरराष्ट्रीय डेस्क।

यूक्रेन-रूस के बीच चल रहे युद्ध दौरान मंगलवार सुबह भारत के लिए एक बुरी खबर आई। खारकीव मेडिकल विश्वविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी विद्यार्थी नवीन शेखर अप्पा की ज्ञानागैंडर में रूस-यूक्रेन की आपसी गोलीबारी की चपेट में आने से तत्काल मौत हो गई। इस बात की पुष्टि भारत के विदेश मंत्रालय सचिव अऋणधाम बगाची ने की। उन्होंने तत्काल यूक्रेन-रूस में स्थित भारतीय दूतावास को भारतीय नागरिक तथा छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए उचित कदम उठाने के लिए बोला गया। मृतक विद्यार्थी के परिवार से भारत सरकार के विदेश मंत्रालय संवेदना जताते हुए आश्वस्त किया कि वह उनके साथ इस मुश्किल घड़ी में सदैव खड़े है।  मृतक के शव को यूक्रेन के एक सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया गया। 

बताया जा रहा है कि नवीन का देहांत सुबह हुआ है। मृतक की मौत के बारे उसके परिजनों को जानकारी दे दी गई। परिवार में मातम का माहौल है। पता चला है कि अब यूक्रेन युद्ध प्रभावित क्षेत्र खारकीव शहर में लगभग पंद्रह हजार विद्यार्थी फंसे हुए। स्वदेश लौटने के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय तथा दूतावास के साथ कई बार संपर्क कर चुके है। शिकायत इस बात की सामने आ रही है कि जिन नंबर तथा सोशल मीडिया में स्थित अकांउट आईडी पर संपर्क किया जा रहा है। वहां पर उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मसलन , उसका रिप्लाई नहीं आ रही है, जबकि निवारण कुछ नहीं हो रहा है। 

इधर, भारत का विदेश मंत्रालय बार-बार, इस बात का दावा कर रहा है कि मुश्किल के समय भारतीय नागरिकों तथा छात्रों के साथ सदैव खड़ा है। मिशन गंगा के तहत कई विद्यार्थियों को स्वदेश वापिस लाने में सफल रहा है। जबकि, कुछ विद्यार्थी बंकर के बीच फंसे होने तथा भूखे-प्यासे रहने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है, जो कि एक प्रकार से भारतीय सरकार की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करते है। इस प्रकार की अति गंभीर चिंता को लेकर भारत सरकार ओर कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। 

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