WORLD UPDATE—सीरिया पर फिर से विद्रोही समूह का कब्जा…..हालात खराब, अफरा-तफरी का माहौल

वरिष्ठ पत्रकार.अंतरराष्ट्रीय डेस्क। 

सीरिया के 4 शहरों पर विद्रोही समूह का कब्जा हो गया है और राष्ट्रपति बशर अल असद का मजबूत किला दमिश्क भी ढह गया। राष्ट्रपति बशर अल असद के सीरिया छोड़कर अज्ञात जगह पर जाने की खबरें हैं। वहीं उनका परिवार पहले ही सीरिया छोड़कर रूस जा चुका है। सीरिया सेना के 2 शीर्ष अधिकारियों ने ये दावा किया है। 


लाइव अपडेट


सीरिया में इतालवी राजदूत के निवास में घुसे विद्रोही


सीरियाई विद्रोहियों रविवार को दमिश्क में इतालवी राजदूत के निवास में घुस गए, हालांकि उन्होंने राजदूत या उनके सुरक्षा कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। इतालवी विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने यह जानकारी दी। उन्होंने देश में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की अपील की है। तजानी ने बताया कि आज सुबह एक सशस्त्र समूह राजदूत के निवास के बगीचे में घुस आया। वे बस केवल तीन कारें ले गए। न तो राजदूत और न ही दूतावास पुलिस को कोई नुकसान पहुंचा। 


हिजबुल्ला ने अपने लड़ाकों को वापस बुलाया


दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जे के तत्काल बाद ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने सीरिया से अपने सभी लड़ाकों को वापस बुला लिया है। सूत्र ने बताया कि हिजबुल्ला ने बृहस्पतिवार व शुक्रवार की रात निगरानी बल को सीरिया भेजा था। उसके लड़ाकों की वापसी की प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए भेजा गया था।


सऊदी अरब रख रहा सीरिया पर नजर


सऊदी अरब सीरिया के हालात को लेकर तुर्किये जैसे सभी अहम पक्षों से बात कर रहा है ताकि राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद अराजकता न फैले। एक सऊदी अधिकारी ने रविवार को कहा कि असद ने क्षेत्रीय नेताओं और सीरियाई विपक्ष के साथ दोबारा संबंध नहीं बनाए, जिसकी वजह से वे सत्ता से बाहर हुए।


सभी भारतीय सुरक्षित, दूतावास भी काम कर रहा


सीरिया में सभी भारतीय सुरक्षित हैं। सूत्रों ने बताया कि दमिश्क में भारतीय दूतावास भी काम कर रहा है और वहां रहने वाले भारतीयों के संपर्क में है। एक दिन पहले ही विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सीरिया में रहने वाले लोगों से जल्द से जल्द छोड़ने को कहा था। जो लोग सीरिया छोड़ने में समर्थ नहीं थे उनसे दूतावास के संपर्क में रहने को कहा गया था। सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं जिनमें से 14 संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम करते हैं।


सीरियाई लोगों के हित में काम करे नई सरकार-रेनेर


ब्रिटेन की उप प्रधानमंत्री एंजेला रेनेर ने कहा, तानाशाही व आतंकवाद सीरिया के लोगों के लिए समस्याएं पैदा करते हैं। इसलिए एक राजनीतिक समाधान की आवश्यकता है, जहां सरकार सीरियाई लोगों के हितों में काम करे। लोकतंत्र को हम दुनिया के लिए सही मानते हैं और उम्मीद है कि यह सीरियाई लोगों को मिलेगा।


सीरिया में एकता का समय फ्रांस


फ्रांस ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को अपदस्थ किए जाने की सूचना का स्वागत किया है। उसने देश में लड़ाई को समाप्त करने तथा शांतिपूर्ण राजनीतिक परिवर्तन का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, अब सीरिया में एकता का समय आ गया है।


दमिश्क के चौराहों पर जुटे लोग, टैंक पर चढ़ मनाया जश्न, की आतिशबाजी


सीरिया में असद राज की समाप्ति के बाद दमिश्क के चौराहों पर लोग उमड़ पड़े। लोगों ने टैंक पर चढ़कर जश्न मनाया और अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जश्न के बीच आतिशबाजी हुई और कुछ लोगों ने आकाश में गोलियां चलाकर अपनी भावनाएं जाहिर कीं।


स्थानीय निवासी वकील उमर दाहिर (29) ने कहा, मैं अपनी खुशी बता नहीं सकता। असद और उनके पिता ने हमें कई साल तक जिस डर में रहने को मजबूर किया, जिस दहशत व आतंक की स्थिति में हम जी रहे थे, उस पर यकीन नहीं होता। दाहेर ने कहा, मेरे पिता को सुरक्षाबलों ने मार दिया था और भाई को हिरासत में ले लिया गया था। यह नहीं पता कि मेरे भाई के साथ क्या हुआ। असद एक अपराधी, तानाशाह व जानवर है। मध्य दमिश्क के रहने वाले गजल अल-शरीफ ने कहा, राष्ट्रपति पर व पूरे असद परिवार पर धिक्कार है।
विपक्ष से जुड़े मीडिया पर प्रसारित फुटेज में राजधानी के केंद्र में स्थित एक चौराहे पर एक टैंक व लोगों का एक छोटा समूह जश्न मनाने के लिए एकत्र हुआ नजर आया। लोग टैंक पर चढ़कर असद के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। मस्जिदों से अल्लाह-हू-अकबर की आवाजें सुनाई दीं।


सूना पड़ा पुलिस मुख्यालय, अधिकारी जान बचाकर भागे


राजधानी के बाहरी इलाके में सड़क के किनारे हथियारबंद निवासियों के समूहों को देखा गया और गोलियों की आवाजें सुनीं गईं। शहर का मुख्य पुलिस मुख्यालय खाली दिखा। उसका दरवाजा खुला था और बाहर कोई अधिकारी नहीं था। सेना की चौकी भी खाली दिखी, जहां असद के पोस्टर के नीचे जमीन पर वर्दियां पड़ी दिखीं। पुलिस व सैन्य अधिकारी जान बचाने के लिए भाग निकले।


चीन ने विद्रोही बलों से सीरिया में चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा


चीन ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को अपदस्थ कर सीरिया की राजधानी पर कब्जा करने वाले विद्रोही बलों से देश में चीनी नागरिकों और उसके संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बात की है। सीरिया पर विद्रोहियों के कब्ज़े पर प्रतिक्रिया देते हुए, चीन ने कहा कि वह अरब देश की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। साथ ही उसने यह भी कहा कि उम्मीद है कि स्थिरता जल्द से जल्द लौटेगी।


बीजिंग में विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि चीनी दूतावास दमिश्क में खुला है और अपने नागरिकों को हर संभव सहायता दे रहा है। हम सीरिया में संबंधित पक्षों से सीरिया में चीनी संस्थानों और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं।”


सीरिया स्थित ईरानी दूतावास में विद्रोही दाखिल हो गए हैं। साथ ही सीरिया के सरकारी टीवी केंद्र पर भी विद्रोहियों का कब्जा हो गया है।


डॉक्टर बनते-बनते सख्त राजनेता कैसे बन गए बशर अल असद


बशर अल असद ने मेडिकल की पढ़ाई की है और लंदन से वे आंखों के विशेषज्ञ डॉक्टर की पढ़ाई करने गए थे। उस समय तक बशर का राजनीति से कोई लेना देना नहीं था, लेकिन 90 के दशक में बड़े भाई की एक कार हादसे में मौत के बाद बशर न चाहते हुए भी राजनीति में आ गए और साल 2000 में पिता की मौत के बाद सीरिया की सत्ता पर काबिज हुए।

100% LikesVS
0% Dislikes