अमन-शांति का पैगाम देने वाला तीन दिवसीय वार्षिक राष्ट्रीय मेला कादियां आरम्भ

फोटो कैप्शन-कादियां में आरंभ हुए अहमदिया मुस्लिम जमात के 126वें जलसा सालाना की झलकियां 

देश-विदेश मुख्य अतिथियों की शिरकत…कोविड़ नियमों का रखा खास ध्यान

नितिन धवन.कादियां/गुरदासपुर।

अमन-शांति का पैगाम देने वाली अहमदिया समुदाय की तरफ से तीन दिवसीय राष्ट्रीय वार्षिक मेला कादियां में आरंभ हो गया। इस दौरान देश-विदेश से मुख्य अतिथियों की शिरकत किया। खास बात रही की कि कोविड नियमों का पालन सख्ती से किया गया। आरंभ में अहमदिया मैदान में पवित्र कुरान की तिलावत, जमात के कौमी झंडे को फहराने और सामूहिक दुआ के साथ आरंभ हुआ। यह कार्यक्रम 26 दिसंबर को समाप्त होगा।

जमात अहमदिया भारत के प्रवक्ता के तारिक अहमद ने कहा कि अहमदिया  जमात के संस्थापक हजरत मिर्जा गुलाम अहमद साहिब ने 130 वर्ष पूर्व 1891 में  अल्लाह से आदेश पाकर अमन-शांति और सुलह की बुनियाद डालते हुए इस रूहानी जलसे का आयोजन करवाया था। जिसका उद्देश्य इस्लाम की प्यारी और शांतमय शिक्षाओं से संसार को अवगत करवाना। मनुष्य का अल्लाह से मजबूत संबंध बनाना, मानव जाति में उत्पन्न विकारों को दूर करना, प्रेम भाईचारे को और मानवीय करदरों को बढावा देना है। यह जलसा अपनी शान से इतिहास में विशेष हैसियत रखता है। यह केवल रूहानी जलसा है जिसमें शामिल होने के लिए दूर दराज से लोग कई कठिनाइयां बर्दाश्त करते हुए सच की तलाश में लिये यहां पहुंचते हैं और रूहानी सुकून पाते हैं।कोरोना संक्रमण के चलते कम संख्या में मेहमान इस समारोह में शामिल हो रहे हैं। जबकि भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की सख्ती से पालना की जा रही है, और सुरक्षित रहने के लिये अल्लाह से दुआ भी की जा रही है।


उन्होने कहा कि इस तीन दिवसीय समारोह में इंसानी कदरो, अमन शांति और रूहानियत पर आधारित स्कॉलर भाषण पेश करेंगे और अहमदिया मुस्लिम जमात का माटो प्रेम सबसे घ्रिणा किसी से नहीं को संसार में फैलाने का प्रयास किया जायेगा ।

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