कीड़ी मिल के सुरक्षाकर्मियों की सरेआम गुंडागर्दी….पगड़ीधारी  किसान पर हमला तथा बुरी तरह से पीटने की वीडियो वायरल

पुलिस कार्रवाई आरंभ…मिल कोई भी बयान देने से बच रही अब…हमेशा से ही रही मिल विवादों में

नितिन धवन/विकास कौड़ा/विशाल आनंद/शम्मी भनोट/हरचोवाल/गुरदासपुर।

देश की प्रख्यात शुगर मिल में शुमार करने वाली हरचोवाल की कीड़ी मिल फिर से विवादों में घिर गई। इस बार मिल के सुरक्षा कर्मियों की सरेआम गन्ना किसान के खिलाफ गुंडागर्दी की एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। वीडियो देर रात का बताया जा रहा है। वीडियो के मुताबिक, पगड़ीधारी  किसान  पर हमला किया गया। सिख की असली पहचान उसके केस होते है। एक प्रकार से कथित सुरक्षा कर्मियों ने एक सिख की धार्मिक भावनाओं पर हमला किया। पुलिस ने आरंभिक जांच शुरू करने का बयान जारी कर दिया। जबकि, मिल प्रबंधन इस मामले को पूरी तरह से दबाने का प्रयास कर रही है। 

कीड़ी अफगाना में स्थित चड्ढा शुगर मिल लंबे समय से इस क्षेत्र में चल रही है। मिल में शुगर तथा अन्य तीन ओर प्लांट लगाने का दावा करती है। एक वायरल वीडियो ने मिल की मुश्किलें बढ़ा दी है। वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि निहत्थे सिख किसान पर लगभग 8-10 सुरक्षा कर्मी उस पर बेरहमी से हमला कर देते है। उसके केस पर भी हमला किया जाता है। बेचारा किसान , उनसे पूछता भी है क्या उसका कसूर है, जबकि कथित हमलावर सुरक्षाकर्मी किसान की एक भी बात को नहीं सुनते है। केस संभाल रहे किसान पर बारी-बारी करके सुरक्षा कर्मी बेरहमी से पिटाई करते है। हैरान करने वाली बात यह है कि मिल को सब कुछ मालूम होने के बावजूद मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।

उधर, किसान संगठन में इस मामले को लेकर काफी गुस्सा है। चेतावनी दी है कि मिल के खिलाफ धरना लगाएंगे। फिलहाल, जिस किसान के खिलाफ बेरहमी से हमला किया गया, उसे इंसाफ मिलना अति अनिवार्य है। 

मिल पर आगे भी लगे संगीन आरोप

हमेशा से ही कीड़ी अफगना मिल विवादों में रही है। इस मिल के खिलाफ कई प्रकार के संगीन आरोप लग चुके है। कुछ साल पहले मिल के गंदे पानी की वजह से कई मिल दूरी तक ब्यास में मछलियां लाखों की संख्या में मर गई थी। उस दौरान मामला पर्यावरणविद् बाबा सींचेवाल ने उठाया था। मामला अदालत में विचाराधीन है। इसके अलावा मिल के खिलाफ किसानों की बकाया पेमेंट नहीं करने के कई बार आरोप लग चुके है। अपने हक लेने के लिए किसान कई दिनों तक मिल के बाहर धरना-प्रदर्शन लगा चुके है। अब देखना होगा कि किसान यूनियन एक निहत्थे पगड़ीधारी  किसान  को इंसाफ दिलाने के लिए क्या कोशिश करते है । 

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