नर्सिंग स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की के लगे आरोप……कालेज प्रबंधन के खिलाफ धरना लगा किया चक्का जाम

मामला कादियां का…..पुलिस टीमें पहुंची धरनास्थल पर…..दो घंटा उपरांत पुलिस के आशवासन उपरांत उठाया धरना

मकबूल अहमद.कादियां/गुरदासपुर।

कादियां के एक कालेज के खिलाफ वहां पर पढ़ने वाली नर्सिंग स्टाफ (परिचर्या कर्मचारी) के साथ धक्का-मुक्की करने के प्रबंधक कमेटी पर संगीन आरोप लगे है। विरोध में इन नर्सिंग स्टाफ की विद्यार्थियों ने लगभग दो घंटा तक सड़क पर धरना लगाकर चक्का जाम कर दिया। ट्रैफिक अवरुद्व हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस की विभिन्न टीमें वहां पर पहुंची। पुलिस द्वारा इंसाफ दिलाने के आश्वासन उपरांत धरना हटा लिया गया।

पता चला है कि जिन छात्राओं ने धरना दिया वह सब सरकार के अनुसूचित छात्रावृति स्कीम के तहत पढ़ाई कर रही थी। इन छात्रों का सरेआम कालेज प्रबंधन के खिलाफ आरोप था कि उनकी तरफ से फीस भरने के उपरांत भी प्रेक्टिकिल की परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई तथा उनके अभिभावकों के साथ भी धक्का-मुक्की हुई। 

गुरुवार को कादियां के एक नर्सिंग कालेज में एएऩएम की पढ़ाई करने वाली छात्राओं का विषय से संबंधित प्रेक्टिकल था। इस परीक्षा में सरकार की अनुसूचित छात्रावृति स्कीम के तहत पढ़ाई करने वाली छात्राओं की अधिक संख्या थी। जब परीक्षा देने के लिए छात्राएं कैंपस भीतर आई तो प्रबंधन कमेटी के निर्देश पर कालेज स्टाफ ने प्रेक्टिकिल परीक्षा देने के लिए उन्हें (छात्राओं) को अनुमति नहीं दी। उनके (परीक्षा स्टाफ) मुताबिक, अभी तक आपकी फीस नहीं आई है, इसलिए कालेज प्रबंधन की सख्त निर्देश पर फीस नही देने वालों को परीक्षा में बैठने की कोई अनुमति नहीं है। 

सभी छात्राएं इकट्ठा होकर पूर्व में कालेज प्रिंसीपल कार्यालय पहुंची। किसी प्रकार से उन्हें कोई उचित जवाब नहीं मिला। फिर प्रबंधन कमेटी के निर्देशक पास पहुंची। उनके समक्ष परीक्षा में बैठने के लिए छात्राओं ने आग्रह किया, जबकि, छात्राओं के आरोप मुताबिक, उनके साथ प्रबंधन कमेटी ने धक्का-मुक्की कर अपने कार्यालय से बाहर निकाल दिया। प्रैक्टिकिल परीक्षा नहीं ली गई। 

आक्रोशित छात्राओं ने संघर्ष का रास्ता अखतियार करते हुए, कालेज के समक्ष जीटी रोड पर जाम लगा दिया। ट्रैफिक अवरुद्व हो गई। माहौल तनावपूर्ण हुआ तो कालेज प्रबंधन ने फोन पर पुलिस को सूचना दी। भारी संख्या में थाना कादियां की पुलिस बल धरनास्थल पर पहुंची। पुलिस के आश्वासन उपरांत दो घंटा लगा धरना हटा दिया गया। 

कोई धक्का-मुक्की नहीं की…फीस देगे तो ही परीक्षा में बैठने की अनुमति

कालेज के निर्देशक ने अपने ऊपर लगे धक्का-मुक्की के आरोप को साफतौर पर नाकार दिया। कहा कि कोई धक्का-मुक्का नहीं की गई। सब झूठ है। अगर कोई फीस देगा तभी छात्रा को परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी। कहीं से भी कोई फीस नहीं जमा होने की वजह से यह कदम उठाया गया। फीस जमा करने के बाद फिर से परीक्षा ले ली जाएगी।  

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