बटाला जिला बनाने की मांग को लेकर शहर रहा पूर्ण रूप से बंद……व्यापारियों तथा आम-जनता ने दिया समर्थन

डिप्टी सीएम रंधावा, बाजवा के समक्ष कई बार उठा चुके है लोग तथा कई संस्थाओं के नुमाइंदे, अब क्या करते है, इस पर कोई फैसला , देखना होगा आगे

प्रदर्शनकारियों ने सीएम चन्नी को चेताया कि अगर मांग को नहीं माना तो फिर बंद करेगा बटाला

रजिंदर दर्दी.बटाला गुरदासपुर।

लंबे समय से तहसील बटाला को जिला घोषित करने की मांग को लेकर आम-जनता तथा सामाजिक संगठन अपनी आवाज समय-समय की सरकारों तक पहुंचा रहे है, जबकि, किसी भी सरकार ने इनकी बात को स्वीकार नहीं कर, इनके साथ धोखा ही किया गया। मगर, अब बटाला की जनता ने भी फैसला कर लिया है कि वह बटाला को जिला बनाने तक अपना संघर्ष जारी रखेगे।

मंगलवार को कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा बटाला जिला बनाने की मांग को लेकर पूर्ण बंद रखने की काल की गई थी। इनकी काल पर हर किसी ने संज्ञानता से विचार करते हुए अपने व्यापारिक तथा निजी कार्यालयों को बंद रखकर, इनकी मांग का समर्थन दिया। प्रदर्शन काफी शांतिमय ढंग से किया गया। इस प्रदर्शन में विपक्षी पार्टियों ने राजनीति से ऊपर उठकर बटाला की जनता की आवाज बनकर अपना विरोध जताया। इतना ही नहीं, इस विरोध-प्रदर्शन को आम-जनता का काफी समर्थन मिला।

स्थानीय गांधी चौक में इन नेताओं के साथ आम-जनता भी बैठक विरोध करती दिखाई दी। सरकार के खिलाफ नारेबाजी तथा अपनी मांग को जायज ठहराते हुए, उसे पूरा करने की मांग को बार-बार दोहराया गया। इस बीच , किसी अप्रिय घटना को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। किसी प्रकार का कोई झगड़ा या विवाद होने की कोई खबर नहीं है। सिर्फ शांतिमय प्रदर्शन की बाते ही सामने आ रही है।

इन वक्ताओं ने प्रेस के समक्ष बताया की कि कई वर्षों से बटाला तहसील को जिला बनाने के लिए संघर्ष किया जा रहा है। जिला गुरदासपुर से कई गुणा बढ़ा होने के बावजूद बटाला को आजतक जिला का दर्जा नहीं दिया गया।इतना ही नहीं, बटाला के अधीन पांच विधानसभा क्षेत्र है। इतना ही नहीं, इस तहसील के भीतर डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा भी आते है। डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा, तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा ने तो पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र लिखकर बटाला जिला बनाने के लिए बैठक का वक्त मांगा था , जबकि बाद में उनकी मुलाकात नहीं हो पाई.

चूंकि डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा है। ऐसे में बटाला की जनता उनसे पूछ रही है कि क्यों नहीं बटाला को जिला का दर्जा दिलाया जा रहा है। कहीं, इसमें भी कोई सियासत नज़र आ रही है। उन्होंने अब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को चेताया कि अगर उनकी जायज मांग पर विचार नहीं किया तो अपना संघर्ष कड़ा कर देगे।

अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन

बटाला अदालत कांप्लेक्स में बार एसोसिएशन की काल पर सभी अधिवक्ता पूर्ण हड़ताल पर रहे। इन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांग की कि बटाला तहसील जल्द से जल्द जिला बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यहां की जनता बिल्कुल जाय मांग है तथा सरकार को इस पर गंभीर तरीके से विचार करना चाहिए, अन्यथा उनके वकील सरकार के खिलाफ कड़ा संघर्ष करेगे। 

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