वरिष्ठ पत्रकार।
लगातार हो रही बारिश के कारण दरियाओं और नालों में पानी का स्तर बढ़ गया है। उझ दरिया में 2.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गुरदासपुर के उपायुक्त डा. हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि यह पानी मकोड़ा पत्तन के पास रावी दरिया में आकर मिल जाएगा। जिसके बाद रावी दरिया में पानी का लेवल 3 लाख क्यूसेक हो जाएगा।
इसके बाद पानी धर्मकोट पत्तन डेरा बाबा नानक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति की जानकारी जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम में टोल फ्री नंबर 1800-180-1852 या बाढ़ कंट्रोल रूम के नंबर 01874-266376 पर दी जा सकती है। जिला प्रशासन बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि फिलहाल गुरदासपुर में स्थिति बिल्कुल काबू में है। जिले के लोगों को डरने की आवश्यकता नहीं है। यह पानी दरिया रावी में ही बहकर निकल जाएगा। हालांकि लोग पूरी तरह से चौकस रहे।
7 गांवों का शहर से संपर्क टूटा
गुरदासपुर प्रशासन की तरफ से चौकसी बरतने के आदेश जारी किए गए हैं। मकोड़ा पत्तन पर जलस्तर बढ़ने से दरिया में नाव चलनी बंद हो गई हैं, जिससे दरिया पार भारत पाक सीमा के साथ सटे गांव तूर, चौबे, भरियाल, लासियन, मम्मी चकरंगा, कजले और झूमर से शेष देश का संपर्क टूट गया है। जिस कारण अब दरिया पार के लोगों को पानी कम होने तक इंतजार करना पड़ेगा।
डीसी और एसएसपी ने लिया जायजा
गुरदासपुर के उपायुक्त डॉ. हिमांशु अग्रवाल और एसएसपी हरीश दायमा सहित अन्य अधिकारी मकोड़ा पत्तन पर पहुंच कर जलस्तर बढ़ने से पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया। डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर ने बताया कि उझ नदी में पानी छोड़ा गया है। इसलिए उझ और रावी नदियों के आसपास रहने वाले निवासियों को सावधान किया गया है। उन्हें नदी से दूर रहने और अपने जानवरों को भी सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की सलाह दी गई।
स्कूलों में की छुट्टियां
दरियाओं में बढ़े पानी के जलस्तर को देखते हुए डीसी ने स्कूलों में छुट्टियां करने के आदेश जारी कर दिए हैं। बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर रावी दरिया के पार बल्ज एरिया (डेरा बाबा नानक सब डिवीजन और मकौड़ा पत्तन से पार) स्कूलों में स्थिति ठीक होने तक छुट्टियां कर दी गई है।