क्यों, फूट-फूटकर नवाज़ शरीफ रोने लग पड़े, किस कहानी को सुनने से हजारों की जनता सन्न रही गई, जानिए, इस खास रिपोर्ट में……

एसएनई नेटवर्क.लाहौर। 


पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लाहौर में पार्टी समर्थकों की रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजनीति के चलते मैंने अपनी मां और पत्नी को खो दिया। जेल में रहने के दौरान इन मौतों की खबर मिलने का जिक्र कर वह काफी भावुक हो गए।


मीनार-ए-पाकिस्तान में हुई रैली में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सुप्रीमो ने दावा किया कि रैली में उमड़ी पार्टी समर्थकों के प्यार को देखकर वह अपना ‘दुख-दर्द’ भूल गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि मैं याद न भी करना चाहूं तो भी कुछ घाव ऐसे होते हैं जो कभी नहीं भर सकते। रुंधी आवाज में उन्होंने कहा कि मैंने अपनी मां और पत्नी को राजनीति के कारण खो दिया है।


पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपनी मां, पिता या पत्नी को अंतिम सम्मान नहीं दे सका। मेरी पत्नी कुलसुम अपने अंतिम क्षण गिन रही थी। मैंने जेल अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे उससे बात करने के लिए एक कॉल की इजाजत दें। उस वक्त मैं अदियाला जेल में था। ढाई घंटे तक मैं उनसे अनुरोध करता रहा, लेकिन उन्होंने फोन करने की इजाजत नहीं दी और आखिरकार, मुझे उसकी मौत की खबर दी।


रैली के मंच पर शरीफ की बेटी मरियम, भाई शहबाज और अन्य पार्टी नेता भी मौजूद थे। उन्होंने मुझसे कहा कि वे मरियम को कुलसुम की मौत की खबर देंगे लेकिन मैंने कहा नहीं। कल्पना कीजिए, मरियम और अन्य लोग इसे कैसे सहन कर सकते हैं जब वे बिल्कुल अकेले हों। कुलसुम की 2018 में 70 साल की उम्र में लंदन में मृत्यु हो गई थी। उस समय नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम भ्रष्टाचार के मामलों में पाकिस्तान की जेल में बंद थे।
यह खास बात कहीं

उन्होंने कहा, ‘मैं आज आपसे कई सालों के बाद मिल रहा हूं, लेकिन आपके साथ प्यार का मेरा रिश्ता वही है। इस रिश्ते में कोई अंतर नहीं है।’ उन्होंने उत्साहित भीड़ से कहा, ‘जो प्यार मैं आपकी आंखों में देख रहा हूं, मुझे उस पर गर्व है।’ शरीफ ने 1998 में विदेशी सरकारों के भारी दबाव को याद किया जब पाकिस्तान भारत के परमाणु परीक्षण का जवाब देना चाहता था। उन्होंने कहा, ‘विदेश कार्यालय में रिकॉर्ड होगा कि हिलेरी ने मुझे पांच अरब डॉलर की पेशकश की थी, यह 1999 में हुआ था… मुझे भी एक अरब डॉलर की पेशकश की जा सकती थी, लेकिन मैं पाकिस्तान की धरती से पैदा हुआ और उसने मुझे वह स्वीकार करने की अनुमति नहीं दी।’

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