वरिष्ठ पत्रकार.अंतरराष्ट्रीय डेस्क।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश आमिर फारूक समेत आठ न्यायाधीशों को धमकी भरे पत्र मिले हैं। इन पत्रों में संदिग्ध सामग्री भरी हुई है। एक मीडिया रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब देश की खुफिया एजेंसी पर न्यायिक मामलों में दखल देने के आरोप लग रहे हैं। कुछ दिन पहले इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के छह न्यायाधीशों ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) काजी फैज ईसा को पत्र लिखा था और देश की खुफिया एजेंसियों द्वारा न्यायिक मामलों में दखल देने की शिकायत की थी।
पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश फारूक ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि इस घटना के कारण दिन की सुनवाई में देरी हुई। न्यायिक सूत्रों के हवाले से पता चला कि जब 2 न्यायाधीश के स्टाफ ने पत्रों को खोला तो उन्हें अंदर पाउडर मिला और बाद में उन्हें आंखों में जलन महसूस होने लगी।
एहतियात के तौर पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर और हाथ धोने के साथ त्वरित कार्रवाई की गई। पत्र मिलने के बाद इस्लामाबाद पुलिस के विशेषज्ञों की एक टीम संदिग्ध पाउडर की जांच के लिए तुरंत इस्लामाबाद उच्च न्यायालय पहुंची।
आतंकवाद-रोधी विभाग को सौंपा मामला
उच्च न्यायालय के अधिकारियों ने इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक और सुरक्षा उप महानिरीक्षक को तलब किया और मामले का तत्काल समाधान किया। पत्र कई न्यायाधीशों को संबोधित किए गए थे। जिससे न्यायपालिका की सुरक्षा की चिंताएं बढ़ गईं हैं। इसके अलावा, संदिग्ध पत्रों को आगे की जांच के लिए आतंकवाद-रोधी विभाग को सौंप दिया गया है।