वरिष्ठ पत्रकार.अंतरराष्ट्रीय डेस्क।
भारतीय अधिकारियों ने गुरुवार को कुवैत में लगी भीषण आग में घायल हुए नागरिकों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने और घटना में मरने वालों की पहचान करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं, जबकि आग में मरने वाले भारतीयों की कुल संख्या बढ़कर 45 हो गई है। बता दें कि दक्षिणी कुवैत के मंगाफ में बुधवार को एक इमारत में लगी आग में 49 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से ज्यादातर भारतीय थे और 56 अन्य घायल हो गए। इस इमारत में करीब 200 विदेशी कर्मचारी रहते थे। मृतकों और घायलों में से ज्यादातर केरल के थे। कुवैत में करीब 10 लाख प्रवासी भारतीय रहते हैं।

कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबाह ने स्थानीय मीडिया को बताया कि अधिकारियों ने 45 भारतीयों और तीन फिलीपीन के शवों की पहचान कर ली है। अल-सबाह, जो आंतरिक मंत्रालय के भी प्रमुख हैं, ने कहा कि शेष शवों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह घायलों से मिलने के लिए कई अस्पतालों का दौरा किया। उन्होंने स्थिति का जायजा लेने के लिए अल-सबा और विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से मुलाकात की। सिंह ने गुरुवार को सुबह नई दिल्ली से रवाना होने से पहले मीडिया से कहा, “स्थिति यह है कि अधिकांश पीड़ित जलने के शिकार हैं और कुछ शव इतने जल चुके हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है।”
सिंह ने कहा कि शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किए जा रहे हैं और शवों को वापस लाने के लिए भारतीय वायुसेना का एक विमान तैयार है। अल-सबा के साथ अपनी बैठक में सिंह को बताया गया कि कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा ने यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं कि आग से प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहायता और सहयोग प्रदान किया जाए। भारतीय दूतावास द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक पोस्ट के अनुसार, सिंह ने “कुवैती अधिकारियों द्वारा प्रदान की जा रही सक्रिय सुविधा” के लिए अल-सबा और कुवैत के नेतृत्व को धन्यवाद दिया।