वरिष्ठ पत्रकार.अंतरराष्ट्रीय डेस्क।
अंतरिक्ष में फंसे नासा के 2 अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने साथ में पहली बार अंतरिक्ष में चहलकदमी की। दोनों लगभग आठ महीने बाद बृहस्पतिवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से बाहर निकले। भारतीय मूल की कमांडर विलियम्स और विल्मोर रखरखाव का काम करने और स्टेशन के बाहरी हिस्से को साफ करने के लिए आईएसएस से बाहर निकले थे। दोनों ही नौसेना से सेवानिवृत्त कप्तान हैं।
उन्होंने यह भी पक्का किया कि पृथ्वी से लॉन्च होने और वेंट के माध्यम से बाहर निकलने के बाद भी कोई जीवित सूक्ष्मजीव तो यहां बचा नहीं रह गया है। जब दोनों बाहर आए तो वे स्पेन से 420 किलोमीटर ऊपर थे। तब विल्मोर ने कहा, हम चल पड़े। बीते साल जून में अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने पर दोनों को उम्मीद थी कि वे महज एक हफ्ते रुकेंगे। लेकिन उनकी बिल्कुल नई सवारी बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल को इतनी परेशानी का सामना करना पड़ा कि नासा ने इसे खाली ही धरती पर वापस लाने का फैसला किया।
इस वजह से ये दोनों परीक्षण पायलट स्पेसएक्स के उन्हें घर वापस लाने तक अंतरिक्ष की कक्षा में ही रह गए हैं। हालांकि, स्पेसएक्स मार्च के अंत या अप्रैल की शुरुआत में ही उन्हें वापस ला पाएगा, जिससे उनका मिशन 10 महीने का हो जाएगा, क्योंकि उनके प्रतिस्थापन के लिए स्पेसएक्स की लॉन्चिंग में देरी हो रही है। विलियम्स ने दो हफ्ते पहले एक और नासा अंतरिक्ष यात्री के साथ स्पेसवॉक किया था। हालांकि, विल्मोर का इस मिशन में यह पहला स्पेसवॉक था। दोनों अंतरिक्ष यात्री पहले भी अपनी पिछली अंतरिक्ष स्टेशन यात्राओं के दौरान स्पेसवॉक कर चुके हैं।
ट्रंप ने मस्क से मांगी मदद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की जल्दी वापसी को लेकर मदद मांगी है। एलन मस्क ने एक सोशल मीडिया में कहा कि भयानक है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने इन दोनों को इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष स्टेशन पर छोड़ा हुआ था, जबकि नासा ने पहले ही महीनों पहले स्पेसएक्स से उन्हें वापस लाने के लिए कहा था। साथ ही मस्क ने कहा कि वे दोनों को जल्द से जल्द घर वापस लाएंगे।
फ्रीडम नामक कैप्सूल से आएंगे यात्री
साथ ही स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन में विलियम्स और विल्मोर को शामिल किया गया, लेकिन इसमें भी कई देरी हुईं। अब मस्क ने कहा कि वे इन दोनों को जल्द ही स्पेसएक्स के ‘फ्रीडम’ नामक कैप्सूल से आईएसएस से वापस लाने का काम करेंगे।
क्यों हो रही देरी, एक नजर
बता दें कि बुच विल्मोर और सुनीता विलियम्स जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर आईएसएस के लिए रवाना हुए थे। केवल 10 दिनों तक चलने वाली इस उड़ान को कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचने के बाद, नासा और बोइंग ने अंतरिक्ष यान में समस्याओं को बेहतर ढंग से समझने के लिए हफ्तों तक काम किया, लेकिन अंततः यह निर्णय लिया गया कि स्टार्ट लाइनर को चालक दल के साथ वापस लाना बहुत जोखिम भरा था।
इसके बाद, अगस्त 2024 में, अंतरिक्ष एजेंसी ने घोषणा की कि उसने स्पेसएक्स से विलियम्स और विल्मोर को स्पेसएक्स क्रू-9 कैप्सूल में घर लाने के लिए कहा है। नासा ने सितंबर में स्पेसएक्स ड्रैगन पर लॉन्च होने वाले चार क्रू सदस्यों में से दो को हटा कर 2 अंतरिक्ष यात्रियों को क्रू-9 में शामिल कर लिया। हालांकि, दिसंबर में एक और देरी हुई, क्योंकि स्पेसएक्स को नवीनतम ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर काम करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता थी, जो क्रू-10 के प्रक्षेपण के साथ शुरू होगा।