वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.गुरदासपुर।
विगत दिवस केंद्रीय जेल गुरदासपुर में बंद सजायाफ्ता कैदी महिला ने आत्महत्या का प्रयास किया था। उस केस में बड़ा खुलासा हुआ है। पता चला है कि आत्महत्या से पहले महिला को जेल में किसी ने फोन किया था। उसके बाद जेल के शौचालय में जाकर अपने दुपट्टे के साथ आत्महत्या का प्रयास किया। वक्त रहते महिला कैदी को जेल प्रशासन ने बचा लिया। बड़ी बात सूत्रों से सामने आई की कि पिछले दिनों से महिला कैदी मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। खाना नहीं खाने की बात भी सामने आई। फिलहाल, इस पूरे प्रकरण को लेकर जेल प्रशासन ने जांच का हवाला देते हुए इस मामले से जुड़ी कई जानकारियों का साझा नहीं किया। हादसा शुक्रवार की शाम का है।
जिला गुरदासपुर की रहने वाली बलविंदर कौर का किसी के साथ प्रेम-प्रसंग था। उसके राह में ससुर बड़ी बांधा थी। उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्या को छुपाने के लिए ड्रामा रचा गया, जबकि पुलिस ने जांच-पड़ताल तथा तकनीकी सहयोग से इस हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया। हत्या चार वर्ष पहले की थी। अदालत में केस चला तो कथित अपराधी महिला को उम्र कैद की सजा हुई।
जानकारों के मुताबिक, अक्सर जेल में कई कैदी मानसिक रोगी हो जाते है। तनाव में रहने लग पड़ते है। कई ऐसे मामले सामने आए कि जिसमें कैदियों ने मानसिक तनाव की वजह से आत्महत्या की या फिर प्रयास किया। इसे टाला जा सकता है कि लेकिन इसके लिए व्यायाम या फिर योग जैसे शिविर लगाकर ही इस पर रोकथाम की जा सकती है। प्रतीकात्मक तस्वीर