सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में गांव वालों ने सच्चाई की बयां तथा सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की लगाई गुहार
स्पेशल न्यूज़.एसएनई नेटवर्क.गुरदासपुर।

पंजाब की युवा पीढ़ी नशे की लत की वजह से बर्बाद हो चुकी है। अब मामला पंजाब के जिला गुरदासपुर का सामने आया है। यहां के गांव राजपुरा के साथ जुड़ा हुआ। गांव के श्मशान घाट में नशे से ग्रस्त युवा टीके के साथ नशा करते है तथा हेरोइन, स्मैक जैसे अति खतरनाक तथा जानलेवा नशे लेते है। बताया जा रहा है कि गांव के पास अन्य पड़ोसी गांव के अधिकतर युवाओं का नशे की लत की वजह से जवानी का बेड़ा गर्क हो चुका है। वे अपराध की दुनिया के रास्ते पर चल पड़े है। नशे की पूर्ति के लिए झपटमारी का काम करने लग पड़े है। तीन दर्जन से अधिक वारदातों को नहीं सुलझाने के मामले को लेकर स्थानीय पुलिस पर संगीन आरोप लग रहे है। कहा जा रहा है कि पुलिस इन वारदातों का हल निकालने में पूरी तरह से विफल रही है।
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर गांव के कुछ लोगों ने एक वीडियो बनाकर वहां की परिस्थितियों को दिखाया तथा सरकार एवं पुलिस प्रशासन से इंसाफ की भी गुहार लगाई गई। अब देखना होगा, इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन तथा सरकार कितनी गंभीरता से लेती है।
जिला गुरदासपुर के अधीन गांव राजपुरा के गांव वालों ने नशे की लत से जकड़ चुके युवाओं से आहत होकर सोशल मीडिया पर ताजा परिस्थितियों को लेकर एक वीडियो वायरल की। वीडियो बनाने वाले शख्स ने अपना नाम तो सार्वजनिक नहीं किया। इतना जरूर कहा कि वह जिला गुरदासपुर के अधीन गांव राजपुरा के पास का रहने वाला है। यहां के शमशान घाट में अक्सर गांव राजपुरा तथा साथ में लगते अन्य गांव के नशे से ग्रस्त युवा जानलेवा नशा लेते है। शख्स ने वहां पर भारी संख्या में पड़े नशीले टीके तथा हेरोइन, स्मैक में इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक पत्ती को भी दिखाया । उन्होंने साफ तौर पर आरोप लगाए कि इस मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन से लेकर पुलिस ने कोई भी उचित कार्रवाई आज तक नहीं की।
वीडियो में तस्वीरें दिखाते कहा कि इस क्षेत्र के पास ही एक बड़ी पानी की टंकी, स्कूल है। वहां से पढ़ने वाली कई छात्राएं इन नशेडि़यों की शिकार हो चुकी है। नशे की हालत में नशेड़ियों ने छात्राओं की सोने की बालियां तक छीन ली। पुलिस के पास लगभग कई दर्जन शिकायत दी। लेकिन अफसोसजनक, आज तक किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई पुलिस नहीं कर पाई। नशे की वजह से आम लोगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। लोगों का गांव में जीना मुहाल हो चुका है। कई गांव वासी इस नशे की वजह से अन्य गांव में पलायन कर चुके है। सरकार तथा पुलिस प्रशासन से यहीं मांग करते है कि उनकी गुहार को गंभीरता से लिया जाए तथा नशा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।