बटाला ब्रेकिंग….दो जगह इंसाफ नहीं मिला तो एक युवक सहित दो ने कर ली आत्महत्या….गांधी चौक—-नेशनल हाईवे-अमृतसर-पठानकोट में शव रखकर किया प्रदर्शन

युवक के खिलाफ एजेंट ने धोखाधड़ी करने के बावजूद झूठा पर्चा दर्ज कर दिया….पुलिस की रेड से तंग आकर जहरीली चीज निगल ली, मौत

गरीब मजदूर को जमींदारों ने जड़ा थप्पड़…अपमानित महसूस किया को चलती  ट्रेन के आगे आत्महत्या कर ली….परिजनों ने शव लेकर जाम किया हाईवे..स्थिति तनावपूर्ण

अनिल सहदेव.वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.नितिन धवन. बटाला/गुरदासपुर। 

पंजाब की आज सबसे बड़ी दो खबरें सामने आई। जिला गुरदासपुर के अधीन तहसील बटाला से दोनों ही खबरें जुड़ी है। बटाला के अमरपुरा के रहने वाले एक युवक ने एजेंट द्वारा उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराने के उपरांत प्रतिदिन पुलिस की रेड से परेशान होकर देर रात जहरीली चीज निगल कर आत्महत्या कर ली। मृतक गुरसेवक का शव गांधी चौक सायं चार बजे रखकर परिवार तथा लोगों ने पुलिस एवं एजेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया। डीएसपी देव सिंह द्वारा एजेंट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के उपरांत देर सायं धरना उठा लिया गया। इस बीच ट्रैफिक अवरुद्व रहने की तस्वीरें सामने आई। फिलहाल, स्थिति कंट्रोल में करने का पुलिस ने दावा किया।

दूसरा मामला गांव सुचानीयां से जुड़ा। एक बेबस गरीब मजदूर पर जमीदारों द्वारा थप्पड़ जड़ने का आरोप लगा है। प्रेम समीह मजदूर ने अपमानित महसूस करते हुए ट्रेन के आगे आकर आत्महत्या कर ली। गांव मझा सिंह के पास स्थित अमृतसर-पठानकोट नेशनल हाईवे पर शव रखकर ट्रैफिक अरुद्व कर दी। स्थिति काफी तनावपूर्ण बनी है। 

जिला गुरदासपुर के अधीन दो क्षेत्र में बड़ी खबर सामने आने पर पुलिस प्रशासन की काफी किरकिरी हुई। क्योंकि, दोनों ही मामले पुलिस के इंसाफ पर केंद्रित है। शायद, अगर दोनों मामलों में पुलिस प्रशासन द्वारा पूर्व में जांच-पड़ताल सही ढंग से कर इस केस से जुड़े आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया जाता तो इतना मसला कभी खड़ा ही नहीं होता। अमरपुरा के रहने वाले दिवंगत गुरसेवक सिंह की पुलिस के समक्ष यहीं शिकायत रही कि उसके परिवार से 7 लाख रुपए एजेंट ने ले लिया। सऊदी अरब में अंतरराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। लेकिन, वहा पर युवक को कोई नौकरी नहीं मिली। उलटा, घर से पैसे मंगवा कर दो-चार माह भूखे पेट जिंदगी गुजारी। आखिरकार, वापस घर लौटा। एजेंट से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने मृतक युवक तथा अन्य के खिलाफ मारपीट, कार्यालय की तोड़फोड़ करने के अधीन पुलिस में मामला दर्ज करा दिया। 

गुरसेवक पुलिस की प्रतिदिन रेड से परेशान रहने लग पड़ा। उसने इस बात को अपने दिल पर लगा ली। देर रात्रि उसने घर से थोड़ी दूर एक जहरीली चीज निगल ली। परिवार को पता लगा तो उसे अस्पताल लेकर आए। जहां पर चिकित्सकों ने अपनी तरफ से बचाने का पूरा प्रयास किया। इलाज के दौरान गुरसेवक ने दम तोड़ दिया। परिवार को बेटे की मौत का सदमा सहन हुआ।

सोमवार शाम को परिजन तथा इलाका वासी इकट्ठा होकर गांधी चौक पहुंच गए। वहां पर एजेंट एवं पुलिस के खिलाफ धरना लगा दिया। ट्रैफिक का दो किलोमीटर तक जाम लग गया। डीएसपी सिटी देव सिंह को मामले के बारे पता चला तो संबंधित थाना के प्रभारी एवं पुलिस बल सहित धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने परिजनों के साथ मुलाकात करके , उनकी बात को काफी ध्यानपूर्वक तरीके से सुना। उन्होंने पीड़ित परिवार को भरोसा दिया कि इस केस से संबंधित किसी को बख्शा नहीं जाएगा। आरोप साबित होने पर हर किसी के खिलाफ कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। इसके उपरांत परिवार ने धरना समाप्त कर दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस पीड़ित परिवार के बयान लेकर कुछ के खिलाफ मामला दर्ज किया। 

मरने से पहले गुरसेवक हुआ था लाइव

मरने से पूर्व गुरसेवक लाइव भी हुआ था। एक वीडियो काफी वायरल हो रही है। वायरल वीडियो में गुरसेवक ने उसके साथ हुए अत्याचार की सारी कहानी बयां की। उसने बताया कि कैसे उसके पिता ने कर्ज लेकर उसे सऊदी अरब भेजा। वहां पर उसके साथ एजेंट की वजह से बड़ा धोखा हुआ। वहां पर कोई नौकरी तक नहीं मिली। परिवार से पैसे लेकर वापस देश लौटा। पैसे मांगने एजेंट से गया तो उसके खिलाफ झूठा पर्चा दर्ज करा दिया। 

इसी प्रकार गांव सुचनीयां का रहने वाला प्रेम मसीह गांव के ही एक जमींदार के घर मेहनत मजदूरी का काम करता है। जमीदार पर आरोप लगे है कि मजदूर को उसकी मर्जी के बिना घर से ले गए। काम पर उसके साथ मारपीट की फिर दो जमींदारों ने उस पर थप्पड़ जड़ दिए, मजदूर प्रेम मसीह ने इस बात को दिल पर लगा लिया। अपनी बेइज्जती महसूस की। रेल लाइन पर ट्रेन के समक्ष कूद कर अपनी जान दे दी।

परिवार को पता चला तो सभी इकट्ठा हो गए। परिवार के समर्थन गांव वालों के साथ कुछ संगठन भी उतर आए। उन्होंने शव को बीच नेशनल हाईवे पर रख दिया। रोड को चारों तरफ से जाम कर दिया। पुलिस तथा जमींदारों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सूचना मिलने पर डीएसपी तथा संबंधित थाना प्रभारी एवं भारी संख्या में पुलिस पहुंच गई। पुलिस अधिकारियों ने परिवार को समझाने का काफी प्रयास किया। लेकिन, परिवार का गुस्सा सातवें आसमान पर था। उन्होंने कहा कि जब तक इस मौत के जिम्मेदार जमींदारों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज नहीं किया जाता, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। खबर लिखे जाने तक पीड़ित परिवार एवं समर्थक धरने पर बैठे हुए थे। 

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