नितिन धवन.बटाला (गुरदासपुर)।
बटाला पुलिस पर गैंगस्टरों ने आधा दर्जन ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दिया। वाक्य शुक्रवार की देर सायं थाना घन्नइएं के बांगड़ क्षेत्र का बताया जा रहा हैं। बताया जा रहा है कि सीआईए स्टाफ एवं स्थानीय पुलिस ने जांबाजी का परिचय देते हुए आगे जाकर गैंगस्टरों को पकड़ लिया। इनकी पहचान गांव मुरीदके निवासी रमणदीप सिंह, गांव खैहरा कलां निवासी सुरजीत सिंह उर्फ बिल्ला के तौर पर हुई। दो अन्य साथी हीरा एवं मनवीर सिंह निवासी चितौड़गढ़ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गए। इनके कब्जे से 1 पिस्टल 32 बोर, 1 जिंदा रौंद (32 बोर), 1 मैगजीन (32 बोर) बरामद हुई। पकड़े गए कथित अपराधियों के खिलाफ थाना घन्नइएं के बांगर में संगीन धाराओं के अधीन मामला दर्ज कर लिया। पता चला है कि कथित अपराधियों की आयु 20-30 वर्ष की बताई जा रही हैं। पता लगाया जा रहा है कि इनका संबंध किन-किन गैंग के साथ हैं।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि पकड़े गए कथित अपराधियों ने पुलिस पूछताछ दौरान कबूला कि वह बटाला में बड़ी वारदात को अंजाम देने आए थे। लेकिन, उससे पूर्व ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। हथियार यूपी से दो नंबर के खरीद कर लाए थे। पुलिस के विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पूर्व में दोनों कथित अपराधियों के खिलाफ मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कथित अपराधियों से बिना नंबर का मोटरसाइकिल भी बरामद किया। पता चला है कि यह मोटरसाइकिल किसी से गैंगस्टरों ने छीना था। पता लगाया जा रहा है कि इस मोटरसाइकिल का असल मालिक कौन हैं।
उधर, पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगने से एसएसपी बटाला ने कार्रवाई टीम की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि पुलिस हर समय मुस्तैद है तथा प्रतिदिन जगह-जगह नाका लगाया जा रहा हैं। पकड़े गए कथित अपराधियों को अदालत में पेश किया। वहां से 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। दावा किया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पुलिस बड़ा खुलासा कर सकती हैं। जांच-पड़ताल जारी कि इनका बटाला में किस वारदात को अंजाम देने का मकसद था।
लॉरेंस बिश्नोई एवं जग्गू गैंगस्टर के साथ संबंध होने के एंगल की भी छानबीन
पुलिस इस मामले को बिल्कुल भी हलके में नहीं ले रही हैं। क्योंकि, पुलिस को इस बात की भी आशंका है कि पकड़े गए गैंगस्टरों का संबंध लॉरेंस बिश्नोई एवं जग्गू गैंगस्टर के साथ होने की हर एंगल से छानबीन कर रही हैं। पकड़े कथित अपराधियों के पास से बरामद हथियारों को लेकर भी पूछताछ जारी है कि उनके पास उक्त हथियार कहां से आए तथा उन तक किसने पहुंचाए। यह भी बात सामने आई है कि हथियार दो नंबर के थे।