वरिष्ठ पत्रकार.बटाला (गुरदासपुर)।
आवारा कुत्तों का पंजाब में इस कदर आतंक है कि लोगों का अब घर से बाहर निकलना बहुत मुश्किल हो चुका है। ताजा मामला पंजाब के बटाला शहर के पास गांव रसूलपुर से जुड़ा है। यहां पर मासूम बच्चों को आवारा कुत्तों ने इतनी बेरहमी से नोचा कि उसके जख्म को भरने के लिए 100 टांके लगाने पड़े। इस बात की पुष्टि, सरकारी अस्पताल के एक चिकित्सक ने की। बताया जा रहा है कि पीड़ित परिवार आर्थिक तौर पर काफी कमजोर है। बच्चे की मां-बाप नहीं है। दादी ही उसका पालन पोषण करती है। इस घटना को लेकर पंजाब सरकार तथा स्थानीय नगर-निगम की उस नीति पर सवाल खड़े कर दिए है, जिसमें उन्होंने इस बात का दावा किया है कि आवारा कुत्तों को लेकर वे काफी गंभीर है तथा उनके खिलाफ कड़े कदम उटाए गए है।
बता दें कि यह मामला पंजाब की उच्च न्यायालय में भी जा चुका है। स्पेशल खंडपीठ ने राज्य सरकार से इसके लिए रिपोर्ट भी मांगी थी कि अब तक आवरा कुत्तों को लेकर आपसी क्या नीति है। फिलहाल, इस मामले को अब तक राज्य सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
जिला गुरदासपुर के अधीन आने वाले जितने भी क्षेत्र हैं, वहां पर आवारा कुत्तों की समस्या काफी गंभीर है। यहां पर आए दिन कोई न कोई घटना आवारा कुत्तों की काटने की सामने आ ही जाती है। इतना ही नहीं, कई लोग आवारा कुत्तों के इतने भयंकर शिकार हो चुके है कि उन्होंने अपने जीवन से हाथ धो लिया। लेकिन, फिर से गांव रसूलपुर के मामले ने भरे जख्मों को फिर से ताजा कर दिया है। यहां पर एक गुरसेवक नामक बच्चे को आवारा कुत्तों ने अपना शिकार बना लिया। बताया जा रहा है कि बच्चे को सारे शरीर को बुरी तरह से नोच डाला। किस्मत अच्छी रही कि लोगों ने कुत्तों को इंटे मार कर वहां से भगा दिया, अनयथा बच्चे की जान भी जा सकती है। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां पर 100 टांका लगा है। बच्चे बेहोश है। हालत गंभीर बताई जा रही है। चिकितस्कों के मुताबिक, बच्चे को होश में आने में समय लग सकता है। पीड़ित परिवार में दादी ही सिर्फ पालन-पोषण करने वाली है, जबकि, बच्चे के सिर पर मां-बाप का साया नहीं बताया जा रहा है। पीड़ित परिवार ने सरकार तथा प्रशासन से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है। परिवार की आर्थिक हालत काफी कमजोर है।