वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा की स्पेशल रिपोर्ट.गुरदासपुर।
केंद्रीय जेल गुरदासपुर में वीरवार को उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब सुबह करीब 11 बजे जेल स्टाफ और कैदियों के बीच किसी बात को लेकर टकराव हो गया। आनन-फानन में जेल में तैनात पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन भड़के कैदियों ने ईंट-पत्थर बरसाना शुरू कर दिए। पत्थरबाजी के दौरान एक एसएचओ सहित छह पुलिस मुलाजिम जख्मी हो गए हैं। सभी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल गुरदासपुर में दाखिल कराया गया है।

स्थिति को बिगड़ते देख जिला पुलिस गुरदासपुर, बटाला, पठानकोट, होशियारपुर और तरनतारन से भारी संख्या में पुलिस मुलाजिम जेल में तैनात कर दिए गए हैं। इसके अलावा सीआरपीएफ की एक टुकड़ी को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस की बख्तरबंद गाड़ियों के अलावा फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस भी मौके पर तैनात की गई हैं। घायलों में थाना धारीवाल के एसएचओ मंदीप मंगोत्रा, जेल गार्द मुलाजिम जोधा सिंह, थाना काहनूवान में तैनात हवलदार बलजिंदर सिंह, पुलिस फोटोग्राफर जगदीप सिंह, एएसआई नरेश कुमार और कांस्टेबल मनोज कुमार शामिल हैं। इस दौरान चार कैदी भी जख्मी हुए है, जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया गया है।

स्थिति काबू पाने में लगे 8 घंटे
हालात पर काबू पाने के लिए एसएसपी गुरदासपुर दयामा हरीश कुमार, डीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल, डीआईजी नरिंदर भार्गव, अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, एसएसपी बटाला अश्विनी गोटियाल, एसएसपी पठानकोट दलजिंदर सिंह ढिल्लों के अलावा पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए। देर शाम स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया। टकराव के दौरान जेल परिसर से लगातार रुक-रुक कर फायरिंग की आवाजें आती रहीं और आंसू गैस के गोले भी दागे गए। स्थिति काबू पाने के लिए 8 घंटे का समय लग गया।
पिछले हिस्से से निकलता रहा धुआं
कई कैदी और हवालाती जेल के पिछले हिस्से की छत्त पर चढ़ गए। यहां पर आग लगाने के कारण लगातार धुंआ उठता रहा। पुलिस की ओर से लगातार लाउडस्पीकर पर उन्हें नीचे आने की अपील की जाती रही। पुलिस उन्हें विश्वास दिलाती रही कि उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन कैदी पुलिस की कोई बात मानने को तैयार नहीं हुए। पुलिस के वज्र वाहनों को भी मौके पर बुलाया गया।
पुलिस अधिकारी क्या बोलें..जानिए, इस खास रिपोर्ट में
उधर, एडीजीपी ला एंड आर्डर गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने बताया कि 3 दिन पहले जेल मुलाजिमों और कैदियों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। वीरवार को फिर से दोनों में तकरार हुआ। दरअसल, कैदियों की कुछ माँगें थीं, जिन पर मिल बैठकर बातचीत के बाद मामला सुलझा लिया गया है। एसडीएम के नेतृत्व में मामले की मजिस्ट्रेट जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी आरोपी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वहीं एडीजीपी जेल अरुण पाल सिंह ने बताया कि कैदियों ने उन्हें कुछ समस्याओं के बारे में जानकारी दी है। एडीजीपी व डीसी सहित अधिकारियों ने उनकी मांगों की जानकारी प्राप्त कर ली है। जेल मुलाजिमों और कैदियों की काउंसलिंग की जाएगी। जेल में हुई तोड़फोड़ को लेकर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। जांच के बाद सारी स्थिति साफ हो पाएगी।