नेक मिसाल, पराली की समस्या को दिल से जाना , इसलिए साइकिल रैली निकाल किसानों को दिया जागरूकता का संदेश

अमित मरवाहा .तरनतारन।

पंजाब में पराली एक बड़ी समस्या हैं। इस समस्या के समाधान के लिए आए दिन एनजीओ के सहयोग के माध्यम से काफी अच्छे प्रयास किए जा रहे हैं। जिसका फायदा भी पहुंच रहा हैं। पंजाब की एक संस्था इस समस्या को जड़ से दूर करने के लिए समय-समय पर काफी अच्छे प्रयास कर रही हैं। परिणामस्वरूप, इसका काफी हद तक फायदा भी हुआ। संस्था का नाम है द नेचर कंजरवेंसी। संस्था को चलाने वाली आम आदमी पार्टी की एक अच्छी महिला नेता रुपिंदर कौर हैं। उनके अथक प्रयास की वजह से जिला तरनतारन में पराली को नहीं जलाने के लिए एक साइकिल जागरूकता रैली निकाली गई। इसमें पराली नहीं जलाने का संदेश दिया गया। 

टीएनसी के प्रयासों की हुई सराहना

रूपिंदर कौर संधू ने अपने संबोधन  में कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य के लोगों को धुआं रहित साफ-सुथरा वातावरण मुहैया करवाने के उद्देश्य से पराली की संभाल तथा गेहूं की सीधी बीजाई के लिए सब्सिडी पर मशीनें उपलब्ध करवाने की अंतिम तिथि को सात नवंबर से बढ़ा कर 20 नवंबर कर दिया है। उन्होंने टीएनसी के प्रयासों की सराहना की। यह साइकिल रैली नेहरू युवा केंद्र, सेवा भारती एवं सरपंच प्रदीप कुमार के सहयोग से निकाली गई।

यह रहा रैली का रूट

रैली गांव कोट जब दसंधि मल से शुरू होकर  गांव पंडोरी रन सिंह से होते हुए पंडोरी सिधवां समाप्त हुई। जहां ग्रामीणों के बीच टीएनसी के सिमरनजीत सिंह, हरप्रीत सिंह, अमित मरवाहा, पवन कुमार ने साइकिल सवारों को सम्मानित किया। इस मौके ग्रामीणों ने पराली ना जलाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर टीएनसी के प्रोजेक्ट निदेशक डॉ.गुरु कोप्पा ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन सर्वप्रिय है।फसल अवशेष को जलाने के बहुत नुकसान हैं। हमें इसके दूरगामी परिणामों को ध्यान में रखना चाहिए। फसल अवशेष को मिट्टी में मिलाने के कई लाभ हैं, जिससे मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। इस मौके पूनम मरवाहा, हरमनप्रीत सिंह, हरविंदर राज सिंह, गुरसेवक सिंह, सुखचैन सिंह, मनप्रीत सिंह संधू, भूपेंद्र सिंह उपस्थित थे।

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