एसएनई नेटवर्क.पवन कुमार।
रेडियोलॉजी के क्षेत्र में डॉ रमेश चंद्र अपनी खास पहचान बना चुके हैं। वह अमृतसर रेडियोलॉजी फोरम के अध्यक्ष भी हैं। उनके साथ संरक्षक डॉ नीलम गौबा और महासचिव डॉ. पूनम ओहरी के संयुक्त नेतृत्व में रेडियोलॉजी विभाग द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर में विश्व रेडियोलॉजी दिवस मनाया गया।
इस दौरान अपने संबोधन में हर एक विशेषज्ञ ने रेडियोलॉजी के महत्व और भ्रूण हत्या के बारे में गहनता से विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि जैसा कि हम जानते है कि चिकित्सा के क्षेत्र में भारत देश ने काफी उन्नति की। अब हर सुविधा यहीं पर प्रदान हो जाती हैं। रेडियोलॉजी क्षेत्र से हर बीमारी को जड़ से परीक्षण कर लेती हैं। इसी तकनीक के माध्यम से इलाज को पूर्ण ढंग से किया जा सकता हैं।
वर्तमान में इस तकनीक के माध्यम से कई ऐसी बीमारियां है, जिन्हें तत्काल ढूंढ लिया जाता हैं। इस तकनीक ने विश्व में भारत का डंका बज रहा हैं। हर वर्ष विशेषज्ञों की टीम इकट्ठी होती हैं। उस दौरान नई से नई तकनीक में सर्च किया जाता हैं। इस बार भी क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों के साथ विमर्श किया गया।
इस अवसर पर निदेशक प्राचार्य डॉ. वीणा चतरथ, उप प्राचार्य डॉ. जेपी अत्री, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. करमजीत सिंह, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नरिंदर सिंह, अमृतसर रेडियोलॉजी फोरम के संरक्षक डॉ. जसप्रीत कौलेंद्र, वाइस प्रिंसिपल डॉ. नीलम गौबा, वाइस अध्यक्ष डॉ. गुरिंदरबीर सिंह महल, कोषाध्यक्ष डॉ. हर्ष कश्यप आदि मौजूद रहे इसके साथ ही विभाग में डॉ. दासी गुप्ता, डॉ. सुमन भगत, डॉ. अमनप्रीत कौर, राजीव धवन, चिकित्सा भौतिक विज्ञानी, 23 विभागाध्यक्ष डॉ. सुरगानी एवं कई रेडियोग्राफर उपस्थित रहें।