AMRITSAR NEWS—पाकिस्तान रवाना हुआ 1052 सिख तीर्थयात्रियों का जत्था….जानें, कहा से कब तक होंगे सिख संगत नतमस्तक

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

 शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी)  द्वारा रविवार को 1052 सिख तीर्थयात्रियों का जत्था रवाना किया गया। उक्त जत्था  खालसा साजना दिवस (बैसाखी) के अवसर पर पाकिस्तान के गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए जा रहा हैं। अमरजीत सिंह भलाईपुर (एसजीपीसी सदस्य) को जत्थे का मुखी नियुक्त किया गया है। वहीं उनके साथ एसजीपीसी  बलविंदर सिंह , जसवंत सिंह पुरैन, बीबी जोगिंदर कौर, पूर्व सचिव कुलवंत सिंह, हरजीत सिंह लालू घुम्मन व अन्य प्रमुख हस्तियों ने जत्थे के सदस्यों को फूल माला पहनाकर सम्मानित किया।


पाकिस्तान में सिख समुदाय के कई खूबसूरत गुरुद्वारे


इस अवसर पर जत्थे के नेता अमरजीत सिंह भलाईपुर  ने कहा कि पाकिस्तान में सिख समुदाय के कई खूबसूरत गुरुद्वारे हैं, जहां जाने के लिए हर सिख के मन की इच्छा होती हैं, इसलिए दोनों देशों की सरकारों को अपने दिल खोल वीजा श्रद्धालुओं को देने चाहिए। उन्होंने शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का उन्हें जत्थे का नेतृत्व सौंपने के लिए धन्यवाद किया।


यह रहेगा कार्यक्रम


जत्थे के पाकिस्तान के लिए रवाना के समय शिरोमणि कमेटी के सचिव प्रताप सिंह ने बताया कि यह जत्था पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में खालसा साजना दिवस बैसाखी के मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पाकिस्तान रवाना हुआ है। 9 अप्रैल को यह जत्था गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पहुंचेगा, जहां से 10 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री सच्चा सौदा, मंडी चूहरकाना के दर्शन करने के बाद वापस गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब में रुकेगा। वह 12 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब हसन अब्दाल पहुंचेंगे, जहां वह 14 अप्रैल को मुख्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। 15 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब से तीर्थयात्रियों का जत्था गुरुद्वारा श्री देहरा साहिब, लाहौर पहुंचेगा, जहां से वे 16 अप्रैल को गुरुद्वारा श्री रोड़ी साहिब एमिनाबाद और गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब जाएंगे। 17 अप्रैल को लाहौर के गुरुद्वारा श्री देहरा साहिब में रुकने के बाद यह जत्था 18 अप्रैल को भारत लौट आएगा।


अमृत संचार भी रखा गया


प्रताप सिंह ने यह भी बताया कि जत्थे के साथ शिरोमणि कमेटी ने गुरबानी गुटका साहिब, कंघे, कड़े, कृपाण, लोइयां, चायपत्ती आदि भेजी है। उन्होंने कहा कि बैसाखी के मुख्य कार्यक्रम के दौरान गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब में अमृत संचार भी किया जाएगा।

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