BATHINDA ARMY CAMP FIRING—बलिदान सेना के 4 जवानों का देर रात्रि सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम…सीने गोलियों से छलनी थे….गोलियां चलाने वाले संदिग्धों का अभी तक नहीं कोई सुराग

एसएनई नेटवर्क.बठिंडा। 

बठिंडा सेना कार्यालय में गोलीबारी दौरान बलिदान सेना के 4 जवानों का देर रात्रि सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। प्राथमिक जांच में सामने आया कि चारों जवानों के सीने गोलियों से छलनी थे। गुरुवार जवानों के शवों को उनके गांव भेज दिया जाएगा। वहीं जिन 2 संदिग्ध लोगों ने गोलियां चलाई, उनका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।


सीसीटीवी कैमरे खंगाल रहे अधिकारी


अधिकारी कैंप में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक गोलियां चलाने वाले फौज की वर्दी में नहीं थे। उन्होंने सादे कपड़े पहन रखे थे। 80 मीडियम रेजिमेंट के ये जवान ऑफिसर्स मेस में गार्ड ड्यूटी पर तैनात थे। आर्मी ने कहा कि फायरिंग सुबह 4:35 बजे हुई। 4 मौतों के अलावा जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस और सेना की टीमें मिलकर इसकी जांच कर रही हैं।
इंसास राइफल से मारी गई गोलियां

इस हथियार से मारी गई गोलियां


शुरुआती जांच में पता चला कि जवानों को इंसास राइफल से गोलियां मारी गई हैं। पुलिस को मौके से इसके 19 खाली खोल बरामद हुए हैं। गोली मारने वाले 2 लोग सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर आए थे। मुंह ढका हुआ था। बठिंडा पुलिस ने इसमें टेरर एंगल से इनकार नहीं किया है।


दो दिन पूर्व इस हथियार की गायब थी गोलियां


इस घटना से 2 दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब हुई थी। पुलिस और आर्मी को इस राइफल का घटना में इस्तेमाल होने का शक है। आर्मी ने बयान जारी कर बताया कि सर्च टीम को इंसास राइफल मिली है। जिसमें कुछ मैगजीन भी हैं। पुलिस व आर्मी की जॉइंट टीम ने राइफल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। जिससे स्पष्ट होगा कि यह वारदात इसी राइफल से की गई या नहीं। आर्मी ने किसी संदिग्ध को हिरासत में लेने की बात से भी इनकार किया है।

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