एसएनई नेटवर्क.अमृतसर लुधियाना।
शहीद भगत सिंह की परिवारिक सदस्य बहन जसमीत कौर ने प्रदेश की आप सरकार एवं अमृतसर के सिविल-पुलिस प्रशासन पर कड़ी आपत्ति जताते हुए एक बड़ा बयान जारी किया। आरोप लगाते कहा कि विश्व प्रसिद्ध गुरु नगरी अमृतसर में स्थित श्री हरमंदिर साहिब के पास अधिकतर होटल में देह-व्यापार, यात्रियों के साथ लूट-खसूट, नशे का सेवन चल रहा हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई करने में प्रदेश सरकार अमृतसर प्रशासन एकदम नाकाम रहा। इस पूरे प्रकरण को लेकर जल्द उनके (बहन जसमीत कौर) साथ शहीद परिवार एक शिष्टमंडल सीएम भगवंत मान से मुलाकात करने जा रहा हैं। चेतावनी देते कहा कि अगर उनकी मांग को सरकार तथा प्रशासन ने जल्द ही नहीं माना तो पूरे राज्य में उनके (सरकार-प्रशासन) खिलाफ संघर्ष किया जाएगा।
लुधियाना में रविवार को शहीद भगत सिंह पारिवारिक सदस्य जसमीत कौर शहीद परिवारों के साथ बातचीत दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने बताया कि बड़ी शर्म की बात विश्व प्रसिद्ध श्री हरिमंदिर साहिब के पास स्थित होटलों में सरेआम देह-व्यापार से लेकर उनकी यात्रियों के साथ लूट-खसूट एवं मादक पदार्थ का सेवन हो रहा हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि प्रशासन को इस बात की भनक होने के बावजूद आज तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाया। खानापूर्ति के लिए साल में एक बार दबिश देकर , इस बात का लोगों के बीच संदेश दे दिया जाता है कि वह कानून की उल्लंघना करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करते हैं। लेकिन, इस प्रकार की कार्रवाई से कोई फायदा नहीं होने वाला है, क्योंकि, अधिकतर होटल तो पुलिस एवं राजनीति से जुड़े लोगों के है, इसलिए प्रशासन भी कार्रवाई करने से डरता हैं। चर्चा, इस बात की भी है कि कार्रवाई से पूर्व ही पुलिस उन्हें इस बात का अगाह कर देती है, जिस वजह से वह (गुनाहगार) बच जाते हैं।
बहन जसमीत कौर ने बताया कि उन्हें इस मसले पर कई समाजसेवी संस्था तथा लोग शिकायत कर चुके हैं। कई बार उच्च अधिकारियों के ध्यान में भी वह मामला ले आ चुकी हैं। लेकिन, निरंतर इस प्रकार का काम अब तक चल रहा हैं। इस बार वह चुप नहीं बैठने वाले है, क्योंकि, देश के शहीदों ने भारत की स्वतंत्रता इसलिए दिलाई थी कि इसका निर्माण सही दिशा में होगा। जबकि, इस प्रकार के काम ने उन शहीदों का नाम झुका दिया। चेतावनी दी कि वह जल्द सीएम से लेकर सिविल प्रशासन से एक बार मुलाकात कर लिखित में पूरे मामले की शिकायत देगी , अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कड़े संघर्ष का रास्ता अख्तियार करने में भी पीछे नहीं हटेगी।