SCAM/घोटाला–COOPERATIVE BANK में नहीं चल रहा कुछ अच्छा…5 हजार एंट्रियां हो गई गायब…..500 जमीन करदाताओं ने बेच डाली जमीन..अंदेशा अरबों का है घोटाला, सरकार चिंतित, विभाग प्रतिष्ठा बचाने में जुटा

वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।

पंजाब के सबसे बड़े बैंकिंग क्षेत्र से जुड़े कॉपरेटिव बैंक में कुछ अच्छा नहीं चल रहा हैं। घोटाला तथा हेराफेरी  के कई मामले सामने आ चुके हैं। ताजा मामले ने सरकार की नींद को उड़ा दिया। क्योंकि, घोटाला अरबों का होने का अंदेशा जताया जा रहा हैं। सरकार इस मामले में विजिलेंस से जांच करवाने का मन बना चुकी है, जबकि, विभाग अपने स्तर जांच-पड़ताल करने के लिए थोड़ा वक्त मांग रहा हैं। क्योंकि, यह विभाग की प्रतिष्ठा से जुड़ा मामला हैं। विभागीय सूत्रों से पता चला है कि 5 हजार एंट्री गायब पाई रही हैं। गिरवी जमीन रखने वाले 500 करदाताओं ने तो आगे अपनी जमीन को बेच डाला हैं। इससे एक बात तो साफ साबित हो जाती है कि इस पूरे प्रकरण में विभाग के बड़े-बड़े अधिकारियों की संलिप्तता हो सकती हैं। खैर यह तो जांच का विषय है, अगर जांच किसी एजेंसी से हो जाती है तो सारी तस्वीर सामने आ सकती हैं। 

गौर करने वाली बात है कि बैंक से 5 हजार एंट्री कैसे गायब हो गई। कैसे, 500 करदाताओं ने अपनी जमीन को बेच डाला। सवाल है कि जमीन के दस्तावेज तो बैंक के पास थे, फिर आगे कैसे किस तरह से खेल खेला गया। साफ बात है कि इसके पीछे कहीं न कहीं विभाग के अधिकारियों के शामिल होने की ओर बड़ा इशारा जाता हैं। उनके संरक्षण के बिना कुछ संभव नहीं हो सकता हैं। अब जब सरकार के पास मामला पहुंच गया है तो सरकार ने तो पूरा मन बना लिया है कि वह मामले की जांच विजिलेंस से करवाना चाहते है। तभी सारी सच्चाई सामने आ सकती है। उधर, विभाग अपने स्तर पर पूर्व में जांच करवाने के लिए सरकार समक्ष सलाह रख रहा। लेकिन, सूत्रों से पता चला है कि सरकार का जरा सा भी विभाग की बात पर विश्वास नहीं है। 

लोस चुनाव जल्द हो रहे है। सरकार बिल्कुल नहीं चाहेगी कि यह मुद्दा विपक्ष के हाथ लग जाए। क्योंकि, इसका नुकसान चुनाव में भी भुगतना पड़ सकता है। बता दें कि कुछ दिन पहले पटियाला के मैनेजर पर  करोड़ों का घोटाला करने का आरोप लगा था। जांच-पड़ताल में सामने आया कि इस प्रकरण में अपराधी का परिवार भी शामिल है। सभी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस घोटाले की अभी आग ठंडी नहीं हुई थी कि 5 हजार एंट्रियां गायब होने का मामला सामने आ गया। 

जानिए, क्या है पूरा प्रकरण

दरअसल, जांच-पड़ताल में 5 हजार एंट्रियां गायब होने की बात सामने आई। हैरान करने वाली बात यह भी सामने आई कि 1300 एंट्रियों को बाद में बहाल कर दिया गया। यह कैसे संभव हुआ। एक प्रकार से काफी बड़ा प्रश्न है। कोई अधिकारी जवाब देने में सक्षम नहीं दिखाई दे रहा है। 500 करदाताओं ने अपनी जमीन को बेच डाला। किन-किन को बेचा गया। इसके बारे अभी तक पता लगाया जा रहा है। कौन-कौन शामिल है, अब तक यह बात सामने नहीं आ रही है। विभाग ने तो एक प्रकार से चुप्पी साध ली है तो सरकार मामले की सच्चाई पता लगाने में जुट चुकी है। अगर सच्चाई पता लगी तो अनुमान इस बात का भी लगाया जा रहा है कि घोटाला अरबों का ही सामने आएगा। आशंका, इस बात की भी जताई जा रही है कि इस मामले में कई बड़े अधिकारियों के नाम सामने आ सकते है। 

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