वरिष्ठ पत्रकार.चंडीगढ़।
भारत सरकार के सीएए लागू करने के फैसले का हर कोई स्वागत कर रहा है , सिर्फ विपक्ष को छोड़ कर, क्योंकि, राजनीति करना कांग्रेस तथा अन्य दल का धर्म तथा कर्म है। लेकिन, जो लोग पाकिस्तान खासकर मुस्लिम देश छोड़कर भारत में शरण लेने के लिए आए थे। उनके लिए भारत सरकार का फैसला काफी हद तक कारगर साबित होगा। ताजा उदाहरण, पाकिस्तान के पूर्व विधायक बलदेव सिंह के साथ जुड़ा है। वह पाक की पिछली इमरान की सरकार में पख्तूनख्वा प्रांतीय असेंबली में विधायक थे। हालात खराब होने की वजह से उन्होंने पाकिस्तान छोड़ कर भारत में राजनीतिक शरण ले ली।
बलदेव सिंह केंद्र सरकार के सीएए कानून का भरपूर समर्थन करते कहा कि यह फैसला हर मुस्लिम देश छोड़कर भारत में आने वाले के लिए काफी किफायती साबित होगा। वर्ष 2019 में उन्होंने पाकिस्तान छोड़ दिया था। पार्टी से इस्तीफा देकर परिवार सहित भारत में राजनीतिक शरण ले ली। सीएए कानून लागू होने से अब उन्हें भारतीय नागरिकता मिलने का अवसर मिल चुका है। अब वह भारत में अपना घर तथा नई जिंदगी का आगाज़ कर सकते है। इस बात के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी तारीफ के हकदार है।
उन्होंने (बलदेव) ने उनका पर भी हमला बोला जो लोग सीएए कानून का विरोध करते है। बोला कि उन्हें मुस्लिम देश के हालात बारे जानकारी हासिल करनी चाहिए। कैसे अल्पसंख्यकों के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। उन लोगों का जीना मुहाल हो चुका है। खासकर पाकिस्तान मुस्लिम देश का तो काफी बुरा हाल है। अल्पसंख्यकों के साथ आए दिन अत्याचार किया जा रहा है। बहू, बेटियां उठाकर जबरदस्ती धर्मांतरण किया जा रहा है। सरकार तथा पुलिस कुछ नहीं कर रही है। भारत एक खुशहाल देश है। लोकतंत्र की शक्ति भारत जैसे देश से पता चलती है।