वरिष्ठ पत्रकार.फरीदकोट।
लोकसभा सीट से भाजपा ने सूफी गायक हंस राज को चुनाव मैदान में उतार दिया। रोड शो से लेकर जनता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों के बारे बताकर मतदाता की नब्ज को टटोलने का काम भी आरंभ हो चुका है। इसी बीच बड़ी खबर यह सामने आई कि हंस राज को किसान संगठनों का विरोध भी झेलना पड़ रहा है। उनके काफिले को किसान संगठनों ने काले झंडे दिखाकर अपना रोष जताया। पता चला है कि मौके पर पुलिस पहुंच गई। स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया।
दरअसल, किसान संगठन भाजपा के खिलाफ चल रहे है। उन्होंने पहले ही तय कर लिया है कि पंजाब में भाजपा प्रत्याशियों का विरोध किया जाएगा। क्योंकि, केंद्र की एनडीए सरकार ने उनके मुद्दों की कोई सुनवाई नहीं की। चर्चा इस बात की भी है कि किसान संगठनों ने आम आदमी पार्टी का भी चुनाव प्रचार में विरोध करने का फैसला किया। फिलहाल, किसानों का गुस्सा भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ साफ नजर आ रहा है।
जानकार मानतें है कि अगर किसानों ने भाजपा प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार में इस प्रकार ही विरोध किया तो भाजपा को काफी हानि हो सकती है। उन्हें जनता के बीच जाने का ज्यादा अवसर नहीं हासिल होगा। वैसे, हंस ने किसानों को इस बात का संदेश देने का प्रयास भी किया मोदी जी किसानों के साथ सदैव खड़े है। कई नीतियों का देश के किसानों को भऱपूर फायदा मिल रहा है। आगे भी मिलता रहेंगा।
…इस बात पर नाराज है किसान
फरवरी 2024 से किसान केंद्र की एनडीए सरकार के खिलाफ राज्य सीमांत क्षेत्रों में अपना पक्का मोर्चा लगाकर बैठे है। कई दौर की केंद्रीय मंत्रियों तथा किसान नेताओं की बातचीत हुई। कोई अहम नतीजा नहीं निकल पाने की वजह से किसान संगठनों ने भाजपा प्रत्याशियों का बाहिष्कार तथा विरोध करने का फैसला लिया था।