उप-मुख्यमंत्री सोनी के किस पत्र ने मचाया बवाल—–क्यों आ गए विपक्ष के निशाने पर….जानिए, इस खबर में विस्तार के साथ………..?

एसएनई न्यूज़.चंडीगढ़।

पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार में उप-मुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी ने प्रमुख सचिव को एक पत्र लिखकर उप-मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें सरकारी आवास तथा आफिस अलग-अलग सुविधा मुहैया करने की मांग की। यह पत्र सार्वजनिक होने के बाद पंजाब सरकार से लेकर विपक्ष के निशाने पर सोनी आ गए। इतना ही नहीं सोनी ने अपने पत्र में हवाला देते कहा कि जिस प्रकार से पूर्व उप-मुख्यमंत्री रजिंदर कौर भट्ठल तथा शिअद-भाजपा गठबंधन सरकार दौरान उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल जो-जो सुविधाएं मुहैया कराई, उसी प्रकार से उन्हें भी ऐसी सुविधाएं मिलनी चाहिए। 


उधर, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने तो अपनी सुरक्षा कम करने के लिए बोल दिया, जबकि सोनी जैसे उप-मुख्यमंत्री अब भी ठाठ बाठ की जिंदगी व्यतीत करना चाहते है। इस पत्र के सार्वजनिक होने के बाद विपक्षी पार्टियों में भाजपा, शिअद तथा आप ने तंज कसते कहा कि आखिरकार कांग्रेस के उप-मुख्यमंत्री का असली चेहरा सामने आ ही गया। जबकि, उनके मुख्यमंत्री जनता के बीच जाकर आम जीवन तथा उनकी सुरक्षा कम करने के बारे बोल रहे है। 


हालांकि, सोनी को भी यह सुविधाएं तब हासिल हो सकती है , जब मुख्यमंत्री इस पत्र पर अपने हस्ताक्षर कर सहमति जता देते है। फिलहाल, अब तक पत्र प्रमुख सचिव के पास है। उधर, अगर सचमुच में मुख्यमंत्री इस पत्र पर तरजीह देते हुए सोनी की बात को मान लेते है तो इससे विपक्ष चुनावी मुद्दा मिल जाएगा। आगामी चुनाव में कांग्रेस को नुकसान भी हो सकता है। 

कांग्रेस की कथनी करनी में फर्क-अश्विनी शर्मा

पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्विनी ने कहा कि कांग्रेस की शुरू से ही करनी और कथनी में अंतर रहा है।  एक बार से यह ड्रामा रचा जा रहा है। सोनी को अपने मुख्यमंत्री की तरफ देखना चाहिए, जिन्होंने सुरक्षा लेने से साफतौर से मना कर दिया। खुद पत्र लिखकर वीआईपी कल्चर की मांग कर रहे है। 

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