वरिष्ठ पत्रकार.नई दिल्ली।
शीना बोरा की हड्डियां और अन्य अवशेष गायब हो गए हैं। अभियोजन पक्ष ने मामले की सुनवाई कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो की अदालत को बताई। पुलिस के अनुसार, 24 वर्षीय शीना बोरा की कथित तौर पर अप्रैल 2012 में हत्या कर दी गई थी और उसकी हत्या का मामला 2015 में प्रकाश में आया। शीना बोरा की मां इंद्राणी मुखर्जी इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर हैं।
शीना बोरा के “अवशेषों” के बारे में यह खुलासा अभियोजन पक्ष ने गुरुवार को मुंबई के बायकुला इलाके में सरकारी जेजे अस्पताल के एक फोरेंसिक विशेषज्ञ डॉक्टर के बयान के दौरान किया। अदालत वर्तमान में फोरेंसिक विशेषज्ञ की गवाही दर्ज कर रही है, जिसने 2012 में पुलिस द्वारा बरामद की गई हड्डियों की पहली बार जांच की थी, जहां शीना बोरा के जले हुए शरीर को दफनाया गया था। विशेष सरकारी वकील सीजे नांदोडे ने अदालत को बताया कि गवाह (फोरेंसिक विशेषज्ञ) द्वारा संदर्भित और जांच की गई वस्तुएं (पीड़िता के शरीर की हड्डियां और अवशेष), गहन खोज के बावजूद भी पता लगाने योग्य नहीं हैं।
नांदोडे ने आगे कहा कि अभियोजन पक्ष गवाह को वस्तुएं दिखाए बिना उनसे पूछताछ करना चाहता है, क्योंकि वे पता लगाने योग्य नहीं हैं। सीबीआई अदालत ने मामले की सुनवाई 27 जून तक के लिए स्थगित कर दी है।