ध्यान से देखिए, एसएनई न्यूज़ पर पंजाब में किसान आंदोलन की लाइव तस्वीरें, शांतिमय तरीके से किया विरोध, समर्थन में व्यापारियों ने रखा व्यापारिक प्रतिष्ठान

एसएनई टीम/अमृतसर/गुरदासपुर/नवांशहर/कपूरथला/ पठानकोट/ बठिंडा।

पंजाब में सोमवार को किसानों का आंदोलन काफी शांतिमय तरीके से रहा। इस आंदोलन की लाइव तस्वीरें एसएनई न्यूज़ पर पूरे पंजाब हर जिले से इस खबर में दर्शाई गई। कैसे किसानों ने शांतमय तरीके से अपना संघर्ष का बिगुल बजाते हुए केंद्र सरकार तक तीन कृषि कानून को रद्द करने की अपील की गई। लाइव तस्वीरें, जिला अमृतसर, गुरदासपुर, कपूरथला, नवांशहर, पटानकोट बठिंडा की सामने आई है। उसमें एक बात तो स्पष्ट हो चुकी है कि आज के आंदोलन में किसानों से लेकर हर वर्ग ने उसका समर्थन दिया। इतना ही नहीं, पंजाब के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान को बंद रखकर किसानों के साथ धरने में हिस्सा लिया तथा केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कृषि कानून तत्काल रद्द करने की अपील की गई। 

फोटो कैप्शन- नवांशहर के खटखट कलां में समूह किसान संगठनों द्वारा पारित तीन कृषि कानून रद्द करने की मांग करते। (छाया-प्रवीर अब्बी)


किसानों का आंदोलन सुबह नौ बजे के लगभग शुरू हो गया, जबकि शाम तक चलता रहा। इस दौरान किसान संगठनों ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए हर किसी के लिए लंगर तथा जल का खास प्रबंध किया । हर किसी को पंक्ति में बैठा कर लंगर एवं जल छकाया गया। हाईवे भी जाम किया गया। किंतु किसी इमरजेंसी सुविधा को दिक्कत नहीं आने देगी। किसानों का तर्क था कि उनके लिए इंसानियत पहले शेष सब कुछ बाद में।   बताया जा रहा है कि किसानों के समर्थन में पूरे पंजाब से लाखों की संख्या में हिस्सा लिया गया। पुलिस तथा सिविल प्रशासन की तरफ से कड़े बंदोबस्त किए गए थे। खैर, किसानों ने अनुशासन में रह कर अपने संघर्ष को जारी रखा। किसानों संगठनों की यहीं मांग रही की कि केंद्र सरकार उनकी मांग पर विचार करें तथा तुरंत कृषि कानून को रद्द करें। 

फोटो कैप्शन- गुरदासपुर की तहसील बटाला में समूह किसान संगठनों का शांतिमय प्रदर्शन।। (छाया-नितिन धवन)


वाद-विवाद किसी प्रकार से कोई खबर नहीं सामने आई। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए पूर्व में किसानों नेताओं ने कई निर्देश जारी कर रखे थे। आंदोलन को सफल बनाने के लिए कोई भी कानून नहीं तोड़ेगा तथा अनुशासन में रह कर ही एक-दूसरे का साथ दिया जाएगा। जिसका असर किसान आंदोलन में खासतौर पर देखने को मिला। 

फोटो कैप्शन- जिला कपूरथला में किसानों के समर्थन में हर वर्ग ने दिया धरना।(छाया-एमके)


किसानों संगठनों का कहना है कि वह अपनी जायज मांगों को लेकर उनका विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा। किसान पूरे देश का पेट भरता है। अगर किसान की सरकार बात नहीं मानती तो मजबूरन उसे अपने अधिकार लेने के लिए सड़कों पर उतरना ही पड़ेगा। वैसे भी किसान भाई लगभग एक साल के करीब अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर ड़टे हु है, जबकि सरकार को उनकी जायज मांगों पर विचार करने का समय तक नहीं है। 


फोटो कैप्शन- किसान आंदोलन दौरान पठानकोट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम।(छाया- वरुण बैंस)


चेतावनी देते कहा कि आज भारत बंद की काल है, अगर आगे उनकी मांग को नहीं माना गया तो संसद भवन तक उनका विरोध प्रदर्शन शुरू हो जाएगा। उस विरोध क्या होगा, इस बारे शायद भारतीय सरकार ने भी कोई अंदाजा नहीं लगाया होगा। 


फोटो कैप्शन- पंजाब के बठिंडा में किसानों के समर्थन में बाजारों में छाया सन्नाटा।


बठिंडा की ही शांत सड़कें तथा बंद बाज़ार

पंजाब के मालवा का सबसे बड़ा शहर बठिंडा में किसानों के समर्थन में सड़के शांत रही। किसी प्रकार से आवाजाई नहीं दिखी। बाज़ार पूर्ण रूप से बंद रहे। इतना ही नहीं, यहां के हर वर्ग ने किसानों के समर्थन में विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेकर भारतीय सरकार के खिलाफ नारेबाजी की तथा मांग की कि सरकार तुरंत किसानों की जायज मांग मान लें।  

फोटो कैप्शन- बठिंडा व्यापारिक संस्थान रहें पूर्ण बंद। (छाया-एसएनई टीम)
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