मौत का मंजर देख, हर किसी की आंखों में थे आंसू, हंसता-खेलता अमृतधारी परिवार चंद घंटों में उजड़ा ।

फोटो कैप्शन-----मंदीप सिंह, गुरप्रीत सिंह, रोहनप्रीत सिंह का शव।

बड़ा सवाल-आइसक्रीम खिलाने निकले बाप के जहन में क्या आया, जिसने बच्चों सहित सिर की छान पगड़ी को एक-दूसरे के साथ बांध नहर में लगाई छलांग ?

अब शवों के पास मातम के माहौल में बूढ़े बाप-माता के आंखों से फूट-फूटकर छलक रहे है आंसू।

पुलिस, दमकल-विभाग, गोताखोर की मदद से तेरह घंटा चलाए स्पेशल अभियान दौरान तीनों के खोज निकाले शव

अनिल भंडारी.अमृतसर।

जिला अमृतसर से एक बहुत बड़ी खबर सामने आई है। पिता सहित तीन बच्चों के शव नहर से बरामद हुए। इस मौत का मंजर देख हर किसी की आंखों में सिर्फ आंसू थे। कैसे एक हंसता खेलता अमृतधारी परिवार चंद घंटों के भीतर उजड़ गया। एक बड़ा सवाल सामने आ रहा है कि रविवार की रात आइसक्रीम खिलाने निकले बाप के जहन में क्या आया, जिसने बच्चों सहित सिर की छान कहीं जाने वाली पगड़ी को एक-दूसरे के साथ बांधकर नहर में छलांग लगा दी। मरने वालों की पहचान मंदीप सिंह उसका साढ़े सात वर्षीय बेटा गुरप्रीत सिंह , डेढ़ वर्षीय रोहनप्रीत सिंह के तौर पर हुई। शव को सरकारी अस्पताल के मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया गया।

फोटो कैप्शन-पिता मंदीप सिंह, बेटा गुरप्रीत सिंह तथा रोहनप्रीत सिंह की पुरानी तस्वीर। 

 
पुलिस की प्राथमिक जांच मुताबिक सामने आया है कि मंदीप सिंह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था, इसलिए उसने बच्चों सहित नहर में छलांग लगाकर आत्महत्या की। जबकि, इससे पहले परिवार ने अमृतधारी खुशहाल  परिवार का हवाला देते हुए आत्महत्या करने की बात को सिरे से खारिज किया। पुलिस ने इन तीनों के शव लगातार चले तेरह घंटे के ऑपरेशन दौरान हासिल किया। इसमें पुलिस ने दमकल विभाग तथा गोताखोर की स्पेशल टीम की भी मदद ली।  

फोटो कैप्शन—-पुलिस परिवार के बयान दर्ज करती हुई। 


जानकारी के मुताबिक मंदीप सिंह पेशे से किसी निजी कंपनी में बैंक से संबंधित काम करता है। रविवार को छुट्टी वाले दिन परिवार हमेशा की तरह गुरुद्वारा में माथा टेकने के लिए गया। रात को दोनों बेटे अपने पापा से आइसक्रीम खाने के लिए जिद करने लगे। बाईक पर सवार होकर तीनों चले गए। रात आठ बजे के बाद जब मंदीप सिंह का फोन नहीं लगा तो परिवार को चिंता सताने लगी। जानकारों से पता लगाया तो कहीं नहीं पुख्ता जानकारी हासिल नहीं हुई। 

फोटो कैप्शन—-रोहनप्रीत का शव उठाकर लेकर जाता राहत कर्मी। 


परिवार स्थानीय पुलिस के पास मदद लेकर पहुंचा। पुलिस ने परिवार की बात को ध्यानपूर्वक से सुना। पुलिस ने मंदीप सिंह के मोबाईल लोकेशन को सर्विलेंस पर डाला। लोकेशन नहर के पास पाई गई। पुलिस ने देर रात वहां से मंदीप सिंह का मोबाइल तथा बाईक बरामद कर लिया। देर रात की वजह से पुलिस सर्च नहीं कर पाई। 


फोटो कैप्शन—–कश्ती के माध्यम से नहर में शवों को ढूंढने का प्रयास जारी। 


सोमवार पुलिस ने दमकल विभाग तथा गोताखोर की मदद से नहर में तीनों को ढूंढने का प्रयास शुरु कर दिया। दोपहर के समय गोताखोर टीम ने बाप मंदीप सिंह, उनके दोनों बेटे गुरप्रीत सिंह, रोहनप्रीत सिंह के शवों को बाहर निकाल दिया। तीनों पगड़ी के कपड़े सहित आपस में बंधे हुए थे। बेटे गुरप्रीत सिंह के नाक से खून निकल रहा था। 
थाना मकबूलपुरा पुलिस के मुताबिक , पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच्चाई सामने आ जाएगी कि आत्महत्या या फिर इसके पीछे कोई अन्य कारण था। परिवार के बयान दर्ज कर अगली कार्रवाई की जाएगी। 


मृतक का पिता सेवामुक्त पुलिस इंस्पेक्टर

जानकारी के मुताबिक मरने वाले मंदीप सिंह का पिता अवतार सिंह पंजाब पुलिस से सेवामुक्त इंस्पेक्टर थे। काफी ईमानदारी की छवि के रूप में जाने जाते थे। परिवार के सभी सदस्य गुरु को मानने वाले थे। सभी ने अमृत छका हुआ था। परिवार को अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है कि मंदीप सिंह आत्महत्या कर सकता है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से उचित जांच की मांग की। 

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