वरिष्ठ पत्रकार.लुधियाना।

पिछले दिनों शिवसेना हिंदू सिख विंग के आवास पर पेट्रोल बम से हमला किया गया था, उस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ। इस हमले के पीछे की जिम्मेदारी पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन के प्रमुख रंजीत सिंह नीटा ने ली। सोशल मीडिया में उसका एक पोस्ट खूब तेजी से प्रसारित हो रहा है। एजेंसी तथा पुलिस के विशेष विंग ने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए अपनी जांच में तेजी ला दी है। इस प्रकार के हमले ने फिर से पंजाब के काले दौर की तरफ हवा दे दी। बताया जा रहा है कि शिवसेना हिंदू सिख विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आवास तथा बाहर पुलिस के जवानों को उनकी सुरक्षा में तैनात कर दिया गया।
3 बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम
इस वारदात को तीन बदमाशों ने अंजाम दिया है। बता दें कि पिछले 15 दिनों में यह दूसरी वारदात है। इससे पहले कुछ शरारती युवकों ने शिवसेना भारतीय नेता योगेश बख्शी के घर के बाहर कांच की बोतल में डीजल भरकर फेंक दिया था। इससे जोरदार धमाका हुआ था। वहीं हिंदू नेताओं ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि जल्द से जल्द कांच की बोतल फेंकने वाले बदमाशों को पकड़ा जाए, नहीं तो उन्हें संघर्ष करना पड़ेगा।
विदेशी नंबरों से आती रहती हैं धमकी भरी कॉल- हरकीरत सिंह खुराना
बातचीत करते हुए हरकीरत सिंह खुराना ने बताया कि अज्ञात विदेशी नंबरों से धमकी भरी कॉल आती रहती हैं। इस धमाके से पहले कल रात भी एक धमकी भरी कॉल आई थी। दो दिन से कुछ शरारती लोग लगातार फोन पर धमकियां दे रहे थे। हमले के बाद आज सुबह करीब 9:15 बजे फिर से एक अनजान नंबर से मैसेज आया है कि अब उन्हें पता चल गया है। धमकी देने वाले ने लिखा- जागो, अब हमें लुधियाना में सभी के घर से निकलना है। हमारे पास सभी के घरों के पता हैं।
खुराना ने बताया कि पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उनके संपर्क में हैं। पुलिस का दावा है कि बदमाशों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। हमलावरों ने 15 दिन में दूसरी वारदात को अंजाम दिया है। इससे पहले शिवसेना भारतीय नेता योगेश बख्शी के घर के बाहर कांच की बोतल में डीजल या पेट्रोल भरकर इसी तरह का धमाका किया गया था। पुलिस प्रशासन से अपील है कि इन शरारती लोगों का एनकाउंटर किया जाए।
…..जैसा कि पोस्ट में लिखा-
पिछले कुछ दिनों में हिंदू आतंकियों के ठिकानों पर हमने ही पेट्रोल बम दागे । चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने सिख विरोधी गतिविधियों पर लगाम नहीं लगाई तो परिणाम और भी गंभीर होंगे और इसके लिए तैयार रहें। वे हर दिन सिखों के जख्मों पर नमक छिड़कते हैं। वे जानबूझकर 6 जून घल्लूघारा (ऑपरेशन ब्लू स्टार) और नवंबर 1984 के सिख नरसंहार के दिनों में सरकार को संरक्षण देते हैं। पोस्ट में लिखा है कि सिख नरसंहार के आरोपियों को अपना रोल मॉडल बताकर दो कार्यक्रम चलाए जाते हैं, वे बर्दाश्त के बाहर हैं।
यह हमला खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के जत्थेदार भाई रणजीत सिंह जम्मू उर्फ रणजीत नीता के मार्गदर्शन में किया गया है। मैं शहीदों के राष्ट्रीय सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। अंत में लिखा था खालिस्तान जिंदाबाद, सेवादार फतेह सिंह बागी, खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स।
जानिए, कौन आतंकी रंजीत सिंह नीटा
आतंकी रंजीत सिंह नीटा भारत के जम्मू के सांबा का रहने वाला है। बताया जाता है कि वह पाकिस्तान में रह रहा है। उसकी आयु 85 वर्ष के करीब बताई जा रही है। उसे पाकिस्तान की आईएसआई को पूरा संरक्षण देते है। हर समय वह भारत के पंजाब में देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए तैयार रहता है। भारत द्वारा 2008 में पाकिस्तान सरकार को सौंपी गई 20 मोस्ट वांटेड आतंकवादियों की सूची में शामिल खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का सरगना रणजीत सिंह नीटा पंजाब में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने का षड्यंत्र पिछले काफी समय से रच रहा है। कभी पाकिस्तान और कभी जर्मनी से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देकर पंजाब को दहलाने के साजिश रच रहा नीटा पिछले कुछ साल से पाकिस्तान में शरण लिए हुए है। हालांकि कोरोना काल में चर्चा शुरू हुई थी कि उसकी मौत हो गई है। तब से उसका कोई अता पता नहीं है।
आईएसआई के इशारों पर चलकर पंजाब में देता है वारदात को अंजाम
नीटा ने 1988 में श्री हरमंदिर साहिब में हुए ऑपरेशन ब्लैक थंडर के बाद आईएसआई के इशारों पर पंजाब में आतंकी घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया था।पंजाब में आतंकवाद के काले दौर के दौरान इस आतंकी संगठन में शामिल गुर्गों ने कई निर्दोषों की हत्या की। पंजाब व जम्मू कश्मीर में कई जगह बम ब्लास्ट करने वाले नीटा पर कठुआ के एक पुलिस अधिकारी की हत्या का मामला भी दर्ज है।
2005 में यूरोप यूनियन द्वारा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स को आतंकवादी संगठन घोषित करने के बाद बौखलाए नीटा ने पाकिस्तान में शरण लिए हुए खालिस्तान कमांडो फोर्स के सरगना परमजीत सिंह पंजवड़ के साथ मिल कर पहले भी तरनतारन में आतंकी भर्ती के प्रयास किए हैं।