वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा.तरनतारन।

अभी-अभी जिला तरनतारन के एक क्षेत्र से जुड़ी बहुत बड़ी खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि एक नशा तस्कर ने पुलिस पर गोलियां बरसा दी। मामला, बुधवार की देर रात्रि का बताया जा रहा है। घटनाक्रम मोहल्ला सचखंड रोड का है। पता चला है कि लगभग आधा दर्जन के करीब गोलियां चली। नशा तस्कर लवदीप सिंह उर्फ लव की टांग पर गोली लगी। उपचार के लिए सिविल अस्पताल भर्ती किया गया। प्राथमिक जांच में सामने आया कि नाका पर तैनात पुलिस अधिकारी ने उसे रोकने के लिए बोला था, लेकिन, उसने पुलिस अधिकारी पर गोलियां बरसा दी जो कि उनकी पगड़ी को छू कर निकल गई। गनीमत रहा है कि पुलिस अधिकारी इस गोलीबारी में बाल-बाल बच गया। पुलिस ने कथित तस्कर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पता चला है कि पूर्व में उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी।
बुधवार की देर रात्रि जिला तरनतारन पुलिस ने नाका लगा रखा था। इस बीच एक नशा तस्कर के खिलाफ पुलिस संदिग्ध गतिविधि लगीं तो उसे रुकने का इशारा किया , लेकिन, उसने पुलिस अधिकारी पर गोली बरसा दी। वह एक कार में सवार था। नाका तोड़ने का प्रयास किया तो कार रुक गई। इस बीच पुलिस तथा नशा तस्कर के बीच गोलियां चलनी शुरू हो गई। जवाबी कार्रवाई में नशा तस्कर की टांग पर गोली लग गई। वह जमीन पर गिर गया। एक गोली पुलिस अधिकारी की पगड़ी को छूकर चली गई। घटनाक्रम के बारे पता चलने पर जिला पुलिस प्रमुख आईपीएस अभिमन्यु राणा मौके पर पहुंच गए।
पुलिस प्रमुख ने जानकारी देते कहा कि उक्त नशा तस्कर ने पुलिस अधिकारी पर गोली चला कर नाका तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन, पुलिस की मुस्तैदी के साथ उसे घेर लिया। इस बीच दोनों तरफ से गोलियां चली। एक गोली तस्कर की टांग पर लगी है। अस्पताल में उपचार के लिए भेज दिया गया। पता चला है कि कथित अपराधी के खिलाफ पूर्व में कई आपराधिक मामले दर्ज है। बता दें कि 24 घंटा के भीतर जिला तरनतारन पुलिस तथा अपराधियों के बीच यह दूसरा मुठभेड़ का मामला है। फिलहाल, पुलिस प्रमुख की सख्ती की वजह से लोग चैन की नींद सो पा रहे है।
पुलिस की जीरो टॉलरेंस POLICY
पुलिस की जीरो टॉलरेंस की वजह से पंजाब का सबसे बड़ा आपराधिक क्षेत्र जिला तरनतारन अब अपराध के ग्राफ में कम हो रहा है। इसके पीछे का क्रेडिट आईपीएस अधिकारी अभिमन्यु राणा को जाता है। क्योंकि, उनका आरंभिक तौर पर अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का रवैया रहा है। कहा जाता है कि उन्हें पंजाब पुलिस निदेशक के सख्त निर्देशों के उपरांत इस जिला का पुलिस प्रमुख लगाया गया। वह अपनी ड्यूटी तथा सेवा भावना की वजह से आम जनता के हीरो बन चुके है। अब आम नागरिक भी पुलिस थाना में जाकर अपने साथ हुए धक्के का जिक्र बेखौफ होकर बोलता है। पुलिस भी उनके लिए मददगार साबित हो रही है। क्योंकि, इसके पीछे का हाथ पुलिस प्रमुख को माना जा रहा है।