पुलिस की मुस्तैदी ने लूटी जनता-किसानों से वाहवाही….राणा की नीति ने हर जगह किया रण
जिला तरनतारन से ग्राउंड रिपोर्ट वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा।
किसान संगठन द्वारा पंजाब बंद के समर्थन में जिला तरनतारन का पूरा शहर बंद रहा। बाजारों से लेकर सड़कें एकदम सुनसान रही। किसान संगठन के बड़े नेता पदाधिकारियों तथा वर्करों सहित भारी संख्या में बाजारों से गुजरते हुए रोड को जाम कर दिया। सभी ने एक सुर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने मांग रखी कि उनकी जायज मांग को देश की भाजपा सरकार जल्द स्वीकार कर लें, अन्यथा आने वाले समय में संघर्ष को और तेज किया जा सकता है।
बताया जा रहा है कि यहां के व्यापार मंडल से लेकर आढ़ती एसोसिएशन ने पूर्व में ही किसानों के समर्थन में बाजार तक मंडी को बंद रखने का फैसला किया था। शराब के ठेके, रेल यातायात, सरकारी बसों का पहिया तक आज के लिए तरनतारन का थम गया। सिर्फ तो सिर्फ चिकित्सा सुविधा, शादी, हवाई-अड्डा से लौटने वाले यात्री, परीक्षार्थियों को छूट रही। बताया जा रहा है कि जिला तरनतारन में एक शादी का जोड़ा कार सवार होकर जा रहा था। तभी किसान संगठन की उनकी तरफ नजर पड़ गई। दूल्हे ने किसान आंदोलन का समर्थन करते कहा कि ये हमारे अन्नदाता है तथा वाहेगुरु से उनकी मांग पूरी करने के लिए उनके समक्ष अरदास करुंगा।
बताया जा रहा है कि जिला तरनतारन में किसानों के बंद का समर्थन पूरी तरह से मिला। यहां के किसान नेताओं को बाजार तथा आम जनता को समझाने की ज्यादा आवश्यकता नहीं पड़ी। क्योंकि, इनके संघर्ष में आम जनता, व्यापारी संघ, आढ़ती संघ, पनबस यूनियन के नेता तथा वर्कर शामिल हुए। सभी ने एक सुर में भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है। आज हम आटा, सब्जी तथा फल इनकी ही बदौलत खा रहे हैं। एमएसपी तथा अन्य मांगें किसानों की एकदम जायज है। सरकार को मान लेनी चाहिए। उन्हें किसी प्रकार से देरी नहीं करनी चाहिए।
किसानों का नेतृत्व करने वाले किसान नेता हरजिंदर सिंह शकरी ने कहा कि वह पिछले 11 माह से जायज मांगों को लेकर खनौरी सीमा पर अपना संघर्ष कर रहे है। धूप, गर्मी, सर्दी की परवाह किए बिना उनका लगातार संघर्ष जारी है। अब हमारे सबसे बड़े नेता डल्लेवाल करीब 1 माह से आमरण अनशन पर बैठे है। दिन प्रतिदिन उनकी सेहत बिगड़ रही है। लेकिन, सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया है। हम अपने नेती के लिए कुर्बानी देने के लिए भी तैयार है। आज के बंद में सभी का समर्थन मिलने से हर किसी का आभार व्यक्त करते है।
ठेके रहे पूर्ण तौर पर बंद
किसानों के बंद दौरान पंजाब के कई हिस्सों में शराब के ठेके खुले रहें। लेकिन. जिला तरनतारन में पहले ही शराब ठेका कारोबारियों ने एक दिन पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह किसानों के समर्थन में अपने सभी ठेका बंद रखेंगे। इसी प्रकार निजी प्रतिष्ठान या कार्यालय सभी बंद थी। सभी को एक दिन पहले ही संदेश भेज दिया गया था कि सोमवार सब कुछ बंद रहेंगा। इक्का दुक्का जगह पर नशेड़ियों को अपनी शराब की तोड़ पूरी करने के लिए शराब ठेके के प्राइवेट गेट से शराब की बोतल को खरीदते हुए देखा गया। शेष सब कुछ बंद रहा।
लंगर की पूरी व्यवस्था रही
बताया जा रहा है कि किसान संघर्ष समिति द्वारा लंगर का भी खास प्रबंध किया गया। इस दौरान पुलिस तथा संघर्ष में सहयोग देने वालों को सेवा करते तथा लंगर को छकते हुए साफ तौर पर देखा गया। कंपकपाती ठंड में चाय का लंगर किसान संगठनों की तरफ से जगह-जगह लगाया गया। लेकिन, संगठन के हर नेता तथा पदाधिकारी का जोश देखने योग्य था।
शरारती तत्वों पर रखी गई पूरी नजर
अक्सर किसान आंदोलन या बंद में देखा गया कि कुछ शरारती तत्व इस भीड़ का हिस्सा बनाकर आम जनता तथा सरकार का नुकसान कर देते है। लेकिन, इस किसान संगठन ने पहले ही नीति तैयार कर ली थी कि उनकी एक टीम शरारती तत्व पूरा ध्यान रखेंगी। लेकिन, इस बार कोई बवाल या फिर तोड़फोड़ जैसी कोई घटना नहीं सामने आई। किसान संगठन अपने आंदोलन को सफल मान कर चल रहे है।
पुलिस रही मुस्तैद
जिला तरनतारन में एक दिन पहले ही जिला पुलिस प्रमुख आईपीएस अभिमन्यु राणा ने मुस्तैद रहने के लिए बोल दिया था। उन्हें एक खास नीति के तहत अपनी ड्यूटी को निभाने के लिए तैयार कर लिया गया था। कई हिस्सों में पुलिस के बड़े अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों को सुबह ही भेज दिया गया था। बंद के समय वे लोग एकदम तैनात नजर आए। खास बात रही है कि आज के बंद में पुलिस प्रमुख ने खुद कमान संभाल कर पल पल की खबर ली। किसी भी समय कोई छोटा-मोटा विवाद होने की आशंका नजर आती तो वे अपने दस्ते के साथ पहुंच जाते। फिलहाल, जिला तरनतारन में बंद दौरान स्थिति एकदम सही रही।