एडिटर-इन-चीफ विनय कोछड़.चंडीगढ़।
..ये है वो गीत प्रेम ढिल्लों का, जिसमें आतंकियों को एक रोल मॉडल की तरह पेश किया गया
वर्तमान यूथ के रोल मॉडल कहलाने वाले पंजाबी सिंगर उनके दिलों-दिमाग में जहर घोल रहे है। ताजा मामला, पंजाबी सिंगर प्रेम सिंह ढिल्लों के हाल ही में जारी हुआ नया गीत बैकलैश के साथ जुड़ा है। सोशल मीडिया में चल रहे गीत में गीतकार प्रेम सिंह ढिल्लों ने पंजाब को आतंकवाद में धकेलने वाले कथित आतंकियों को एक रोल मॉडल की तरह पेश किया। हैरान करने वाली बात है कि अब तक इस गीत पर सरकार तथा प्रशासन की तरफ से प्रतिबंध भी नहीं लगाया। काफी तेजी से सोशल मीडिया में यह गीत खूब ट्रेंड भी कर रहा है। इस प्रकार की लचर तथा देश विरोधी गायकी के खिलाफ देश के बड़े संगठनों ने आवाज उठाते हुए प्रदेश तथा केंद्र सरकार से गीत पर जल्द प्रतिबंध लगाने के अलावा कानूनी कार्रवाई की मांग की।
..कौन है प्रेम ढिल्लो
प्रेम ढिल्लों पंजाबी सिंगर है। पेश से वह पंजाब के अमृतसर जिला के एक कस्बा का रहने वाला है। फिलहाल, वह कनाडा में रहता है। वह आरंभिक समय से ही चर्चा तथा विवाद में रहा है। पिछले कुछ दिन पहले उसके एक स्टेज कार्यक्रम दौरान एक फैंस के साथ धक्का-मुक्की करने का संगीन आरोप लगा था, जबकि, अपनी प्रतिक्रिया में ढिल्लों ने इन आरोपों का खंडन करते कहा था कि फैंस ने शराब पी रखी थी। उसे सिर्फ स्टेज से उतरने के लिए बोला गया था। प्रेम ढिल्लों को कई बार गैंगस्टरों की तरफ से जान से मारने की धमकी भी आ चुकी है। लेकिन, नए गीत के आने से गीतकार की कई परेशानियां बढ़ गई है।
गीत में क्या कुछ है विवादित है..जानिए, इस रिपोर्ट में….?
गीत की बीच की लाइन में प्रेम ढिल्लों ने कुख्यात आतंकियों को पेश किया। जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है, उक्त आतंकियों ने हथियारों को पकड़ रखा है तथा देश विरोधी बातचीत करते नजर आ रहे है। खोज करने पर पता चला है कि ये वो आतंकी थे , जिन्होंने दशक 1980 में बेकसूर लोगों तथा पंजाब पुलिस के जवानों को गोलियों से शहीद कर दिया था। इस गीतकार ने इन आतंकियों को शहीद करार दिया। ऐसे में सवाल इस बात का भी उठता है कि क्यों नहीं प्रदेश तथा केंद्र सरकार की एजेंसियों ने इसके गीत पर कानूनी कार्रवाई नहीं की। वर्तमान यहीं लोग यूथ का रोल मॉडल है।
प्रेम ढिल्लों को शायद 80 के दशक के बारे बिल्कुल नहीं पता–स्वामी मेघनाथ
पता नहीं प्रदेश-केंद्र सरकार क्या कर रही है। प्रेम ढिल्लों जैसे गीतकार अपने गीत में खालिस्तानी जैसी देश विरोधी मूवमेंट को बल दे रहे है। प्रेम ढिल्लों को शायद 80 के दशक के बारे बिल्कुल नहीं पता है। उस काले दौर में आतंकियों ने कई बेकसूर हिंदू, पंजाब पुलिस के जांबाज अधिकारियों से लेकर जवानों को अपनी गोलियों तथा बम से शहीद कर दिया था। अब उन्हें प्रेम ढिल्लों अपने गीत में रोल मॉडल पेश कर, क्या साबित करना चाहते है। प्रदेश के सीएम तथा देश के पीएम से मांग करते हुए स्वामी मेघनाथ (वाल्मीकि समाज के वरिष्ठ नेता) ने मांग की जल्द से इस गीत पर प्रतिबंध लगना चाहिए और साथ ही साथ में इस गीतकार के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

यूथ को आतंक की राह पर धकेल रहे ऐसे गीतकार….शहीद भगत सिंह परिवारिक सदस्य जसमीत कौर
शहीद भगत सिंह के परिवार की महिला सदस्य जसमीत कौर ने कहा कि विश्व विख्यात गीत हंसराज, दिलेर मेहंदी ने हमेशा ही अपने गीत में देश की संप्रभुता, अखंडता का ध्यान रखा। आज भी उनके गीत देश ही नहीं विदेश, पड़ोसी देश पाकिस्तान में सुने जाते है। उन्होंने हमेशा आपसी भाईचारा को बढ़ावा देने के लिए अपने गीत में जनता के बीच संदेश दिया। पता नहीं प्रेम ढिल्लों कैसा गीतकार है, जिसे यह नहीं पता कि देश सबसे ऊपर होता है, ना कि आतंकी। गीत में उन आतंकियों को दर्शाया गया, जो कि समाज तथा देश के खलनायक थे। इन्होंने कभी शहीद भगत सिंह जैसे शहीदों पर अपना गीत ने गया है, उल्टा अपने यूथ फैंस को आतंक के राह पर चलने के लिए मजबूर कर रहे है। जल्द प्रदेश के सीएम तथा देश के प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कर इस गीत पर प्रतिबंध लगाने तथा कानूनी कार्रवाई करने की मांग करुंगी।

बड़ा सवाल…क्या प्रदेश सरकार करेगी कोई बड़ी कार्रवाई
अब इस पूरे प्रकरण को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा होना लाजमी है कि क्या प्रदेश सरकार जो राज्य की कानून व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए हमेशा ही अपनी पीठ थपथपाती है, क्या अब इस देश विरोधी गीत में गायककार प्रेम ढिल्लों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी या फिर इसे ठंडे बस्ते में डाल देगी। अगर देखा जाए तो देश का स्वतंत्रता सेनानी परिवार से लेकर सामाजिक मुद्दों पर हमेशा ही खड़े रहने वाले लोग इस गीत को लेकर अपना विरोध जता चुके है, इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश सरकार से इस गीत को सोशल मीडिया से हटाने तथा कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर डाली है। अब देखना इस पूरे मामले को लेकर प्रदेश आने वाले समय क्या कोई बड़ी कार्रवाई करती है, इसके बारे प्रदेश की जनता को इंतजार रहेगा।