स्क्रैप की रिकॉर्ड बिक्री…38.20 करोड रुपये का राजस्व उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल ने किया अर्जित

सौजन्य इंटरनेट मीडिया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

एसएनई नेटवर्क.फिरोजपुर।

इस बार उत्तर रेलवे के फिरोजपुर मंडल में स्क्रैप की रिकार्ड बिक्री ङुई। लगभग 38.20 करो़ड रुपए का राजस्व आर्जित किया।  इस बात की पुष्टि मंडल रेल प्रबंधक डॉ. सीमा शर्मा ने की।

उनके मुताबिक, इस वित्त वर्ष के अप्रैल से फरवरी माह के दौरान स्क्रैप की रिकॉर्ड बिक्री से 38.20 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया । यह पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अर्जित किए गए 19.86 करोड़ रुपये के राजस्व से 192.34% अधिक है।फिरोजपुर मंडल ने रेलवे बोर्ड द्वारा इस वित्त वर्ष में दिए गए  स्क्रैप बिक्री लक्ष्य 34 करोड़ रुपये को समय पूर्व हासिल कर लिया है। उत्तर रेलवे स्क्रैप बिक्री के मामले में भारतीय रेलवे के सभी जोनल रेलवे और सार्वजनिक उपक्रमों में शीर्ष पर है।

स्क्रैप का निस्तारण एक महत्वपूर्ण गतिविधि है। स्क्रैप के निस्तारण से राजस्व अर्जित होने के साथ-साथ कार्य परिसरों को साफ-सुथरा रखने में भी मदद मिलती है। रेलवे लाइन के निकट रेल पटरी के टुकड़ों, स्लीपरों आदि  स्क्रैप के कारण सुरक्षा संबंधी जोखिम तथा केबिनों, क्वार्टरों और अन्य परित्यलक्तप ढॉंचों के दुरूपयोग की संभावना बनी रहती है। इनके त्वरित निस्तारण की निगरानी उच्च स्तर पर की जाती है।

समझिए…क्या है प्रक्रिया

रेलवे में प्रतिवर्ष स्क्रैप को लेकर बड़े स्तर पर नीलामी होती है। इसके लिए विभागीय तरफ से पूरे डाटा के साथ दिल्ली मुख्यालय में रिपोर्ट बनाकर भेजी जाती है। नीलामी में सरकारी दर तय के मुताबिक दाम निर्धारित किया जाता है। तकरीबन सरकार से जुड़ी नीलामी कंपनियों को ही प्राथमिकता दी जाती है। स्क्रैप को बेचने से प्रतिवर्ष रेल विभाग को अच्छा दाम तथा मुनाफा हासिल हो जाता है।

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