विभाग के रडार पर कथित आरोपी के रिश्तेदार, राजनीति से जुड़े नेता फर्जी बोगस बिल बनाने वाले लोग, दावा किया जा रहा है कभी भी हो सकती है बड़े पैमाने पर गिरफ्तारी
जांच में आई 100 से ऊपर फर्जीवाड़ा करने वाली फर्जी कंपनियां
नितिन धवन.चंडीगढ़।
नगर-सुधार ट्रस्ट चेयरमैन के बेटे की मुश्किलें बढ़ चुकी है। क्योंकि, 90 करोड़ बोगस फर्मों का तार पंजाब के जालंधर, लुधियाना से भी जोड़ने लगा है। एक प्रकार से सैकड़ों की संख्या बहुत बड़ा रैकेट चल रहा है। फिलहाल विभाग ने तो आधिकारिक रूप से पुष्टि तो नहीं की। इतना जरूर कहा कि उनकी राडर पर बहुत बड़े पैमाने पर फर्जी बोगस बिल बनाने वाले है। इनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। राजनीति से जुड़े लोगों के बारे कोई पुष्टि नहीं हो पाई।
मंगलवार को चर्चा रही की कि इतना बड़ा रैकड चंडीगढ़ से लेकर दिल्ली के कुछ नेताओं की संरक्षण की वजह से लंबे समय तक चलता रहा। जांच में सामने आया कथित आरोपियों ने अपने रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी फर्म बनाकर फर्जी जीएसटी बिलों का फर्जीवाड़ा चलाया जा रहा था। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन सब बिलों को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से स्कैन किया जा रहा है। पता लगाया जा रहा है कि इन पर किन-किन लोगों के हस्ताक्षर थे, ताकि उनकी गिरफ्तारी आसानी की जा सके।
विभाग के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि लगभग 100 से ऊपर फर्जी कंपनियां को पता लगाया जा सका है। जिनके आधार पर फर्जीवाड़ा चलता रहा है। सरकार को कई करोड़ों रुपए टैक्स चोरी करने की बात सामने आ रही है। दिल्ली में किन-किन लोगों के साथ जुड़े है तार, वहां पर एक टीम उन लोगों का पता लगा रही है।
विभागीय जानकारी के मुताबिक जल्द वहां से भी बड़े स्तर हो सकती है गिरफ्तारी। विभाग दावा कर रहा है। उन्हें किसी तरह से कोई राजनीति दबाव नहीं है। विभाग अपने आप में पूरी तरह से स्वतंत्र है। हर कार्य मापदण्ड तथा कानूनी प्रक्रिया से चलता है। कानून से ऊपर कोई नहीं है।
विभाग ने कथित अपराधी तथा उसके परिजनों द्वारा विभाग के खिलाफ प्रताड़ना लगाने जैसे संगीन आरोपों को सिरे नकार दिया। उन्होंने कहा कि विभाग अपना काम कानूनी तरीके से कर रहा है। अपराध को छुपाने के लिए इस प्रकार से हथकंडे अपनाए जा रहे है।