वरिष्ठ पत्रकार विजय शर्मा.गुरदासपुर/चंडीगढ़।

सांसद सन्नी दियौल के प्रयास की बदौलत मकोड़ा पत्तन-कीड़ी-पत्तन पुल के निर्माण के लिए 190 करोड़ रुपए पास हुए। इन दोनों पुल के निर्माण के कार्य जिला निवासियां के समक्ष आजादी के बाद से आ रही समस्याओं से निजात दिलाने के लिए किए गए। विडंबना इस बात की रही कि राजनीतिक लक्ष्य हेतु उनको (व्यवस्थापक अनुमोदन) प्रबंधक की मंज़ूरी नहीं दी गई।अब एक बार फिर से सांसद सन्नी दियोल द्वारा राष्ट्रीय मंत्री नितिन गडकरी (वर्तमान परिवहन मंत्री ) से मुलाकात की गई।
इससे संबंधित आ रही परेशानी से उनको रूबरू करवाया गया । उन्हें जानकारी दी गई की राज्य सरकार की तरफ से कोई सहयोग नहीं दिया जा रहा। इन सारी समस्या को सुनने के बाद राष्ट्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा राज्य सरकार को तलब करते हुए’ यह दो कार्य रोकने का स्पष्टीकरण मांगा गया। उसके बाद पंजाब सरकार की तरफ से प्रबंधक की मंज़ूरी दी गई। बताया जा रहा है इन विकास कार्यों के निर्माण कार्य को आरंभ कराने में केंद्र का दखल देने के बाद सब संभव हो पाया। संभावना इस बात की जताई जा रही है कि इन फंड्स की वजह से जिला गुरदासपुर की नुहार बदलने में अहम रोल होगा।
सन्नी पर लगाते रहे संसदीय क्षेत्र में गैरहाजिर के आरोप
सांसद सन्नी पर हमेशा ही अपने संसदीय क्षेत्र में गैरहाजिर के आरोप लगते आए है। इतना ही नहीं, उनकी वजह से पार्टी के शीर्ष नेता उनके खिलाफ नाराज चल रहे है। हालांकि, किसी ने अधिकारिक तौर पर अपना विरोध तो नहीं जताया। लेकिन , पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में अपने क्षेत्र के किसी भी पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने एक बार नहीं पहुंचे। हार के उपरांत इस बात कईय़ों ने सनी के प्रति अपना गिलाशिकवा भी जाहिर किया। लेकिन , बड़े नेतृत्व की दखलअंदाजी के उपरांत, इस मामले को बीच में ही शांत कर दिया गया।
चुनाव के साथ जोड़ा जा रहा मामला
इधर, कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों भाजपा सांसद का एकदम अपने संसदीय क्षेत्र में फिर से सक्रिय हो जाना, आने वाले लोकसभा चुनाव को जोड़ कर देख रहे है। उनके मुताबिक, चूंकि, पंजाब चुनाव में जिस प्रकार से आप को प्रचंड बहुमत मिला, उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब मतदाता सिर्फ तो सिर्फ काम करने वाले को ही पसंद करता है। चाहे वह किसी भी पार्टी के साथ क्यों न जुड़ा हों। इसलिए सनी देयोल ने अपने क्षेत्र के विकास को लेकर जनता के बीच फिर से अपना विश्वास जताने का प्रयास शुरु कर दिया। अब देखना होगा कि जनता इस पर सनी के प्रति क्या प्रतिक्रिया देती है।