500 निजी ठग स्कूलों के खिलाफ मान सरकार का बड़ा फैसला….19 प्रिंसिपल-हेड मास्टर की टीम करेगी जांच

आरोप-सरकार के आदेश को अनदेखा कर अभिभावकों से वसूले गए फीस के रूप में अधिक पैसे

एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।

आप सरकार द्वारा चुनाव से पूर्व निजी स्कूल द्वारा मनचाही फीस वसूलने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के वादे को पूरा करने के लिए अहम फैसला लिया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 500 निजी ठग स्कूलों के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए जांच के आदेश जारी किए। इनके खिलाफ जांच 19 प्रिंसीपल-हैड-मास्टर की एक स्पेशल टीम करने जा रही है। आरोप लगे है मोहाली, डेराबस्सी, खरड़ के स्कूल प्रबंधन ने पंजाब सरकार द्वारा पिछले दिनों जारी किए आदेश में साफ तौर पर कहा था कि वर्ष 2022-23 में निजी स्कूल विद्यार्थियों की फीस नहीं बढ़ाएंगे, जबकि इन्होंने सरकार के आदेश को नजरअंदाज करते हुए बच्चों के अभिभावकों से मनचाही फीस वसूली गई।  ऊपर से अभिभावकों को यह कहा गया कि अभी उन्हें राज्य सरकार की तरफ से कोई आदेश जारी नहीं किया। जांच-कमेटी को एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश जारी किया गया। 

लंबे समय से पंजाब में निजी स्कूल का माफिया राज चल रहा है। बच्चों के अभिभावकों से मनचाही फीस, मनचाहे फंड अभिभावकों से लेने, अनेक प्रकार के खर्च हासिल कर लोगों का जीना मुहाल इन निजी स्कूलों ने कर रखा था। देश की उच्च न्यायालय के आदेश को अनदेखा कर हमेशा से ही निजी स्कूलों ने अभिभावकों से मोटी फीस वसूली है। बेचारे अभिभावक कहीं न कहीं से बच्चों के भविष्य के खातिर पैसे इकट्ठे कर इन स्कूल प्रबंधन का पेट भरते आए। क्योंकि, तब अभिभावकों की एक प्रकार से मजबूरी थी। अब प्रदेश में आप सरकार आ चुकी है, उसने साफ कर दिया कि कोई भी निजी स्कूल अभिभावकों से अधिक फीस नहीं वसूल सकता है।

पिछले समय, भगवंत मान सरकार के फैसले का विपक्ष के कुछ नेताओं ने स्वागत तो जरुर किया, लेकिन विरोध इस बात का भी किया कि इसके लिए आप को पूर्व में एक प्रणाली बनानी पड़ेगी। फिर जाकर यह नीति प्रभावी हो सकती है, अन्यथा कोई फायदा नहीं होगा। लेकिन, भगवंत मान ने इस मामले की गंभीरता से लेते हुए अब कुछ निजी स्कूल के खिलाफ मनचाही फीस वसूलने का मामला सामने आया तो एक जांच टीम बनाकर सभी विपक्ष के राजनीतिक दल का मुंह बंद कर दिया। बताया जा रहा है कि आरोप साबित होने पर निजी स्कूलों की मान्यता रद्द करने तक कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। 

100% LikesVS
0% Dislikes