प्रवीर अब्बी.बंगा/नवांशहर।

मध्यप्रदेश से दो नंबर के हथियार खरीद कर पंजाब के जिला शहीद भगत सिंह नगर के तहसील बंगा को अपराधियों की बी श्रेणी में शुमार करने वाले रुपा तथा उसके गैंग द्वारा बड़ी वारदात को अंजाम देने का नापाक इरादा था, जिसे यहां के जांबाज तथा बहादुर एसएसपी डॉक्टर संदीप शर्मा की सूझबूझ ने उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया। जिला जालंधर के मकान नंबर-15, केएम कॉलेज के रहने वाले अमन मल्होत्रा, बंगा के रहने वाले हरपिंदर जीत सिंह , मान सिंह को बंगा के दाना मंडी से शुक्रवार की रात लगभग साढ़े दस बजे गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि, मंजीत सिंह तथा बाबा अभी तक फरार है। इनके कब्जे से 3 – 32 बोर पिस्टल तथा 3 जिंदा राउंड बरामद हुआ। हथियार मध्य-प्रदेश से दो नंबर में खरीद कर लाए गए थे। इनके खिलाफ थाना बंगा सिटी में विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज कर लिया गया।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि रुपिंदर जीत सिंह रूपा गैंग का सरगना है। पूर्व में 17 मामले दर्ज है। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक, वह बी श्रेणी का कथित अपराधी है। कुछ समय पहले जमानत पर बाहर आया था। बंगा में दो नंबर के हथियारों के साथ बड़ी वारदात को अंजाम देने का इरादा था। पूर्व में इसके (रूपा) खिलाफ लूटपाट, डाका, मादक पदार्थ बेचने तथा अन्य कई संगीन आपराधिक मामले विभिन्न थाना में दर्ज है। इस बात की पुष्टि जिला एसएसपी डॉक्टर संदीप शर्मा ने की।
जिला पुलिस कार्यालय में शनिवार बाद दोपहर रखी गई प्रेस वार्ता दौरान एसएसपी एसएसपी डॉक्टर संदीप शर्मा ने बताया कि बंगा सिटी के एसआई मंजीत सिंह को खुफियां तंत्रों से इतलाह मिली थी कि दाना मंडी में कुख्यात लूटपाट करने वाला गिरोह बंगा में बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा है। पुलिस टीम ने वहां पर रेड की तो कथित अपराधियों को तीन पिस्टल तथा 3 जिंदा राउंड बरामद हुए। दो साथी मौके से फरार हो गए। एक मोटरसाइकिल भी बरामद किया गया।
एसएसपी शर्मा ने बताया कि रुपा को पिछले लंबे समय से तकनीकी माध्यम से ट्रेप पर लगा रखा था। उसकी हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही थी। मौके पाकर उसे तथा गैंग के तीन सदस्य को गिरफ्तार कर लिया। पता लगाया जा रहा है कि बंगा में यह लोग कौन सी बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते थे। हर पहलू पर जांच-पड़ताल जारी है। अदालत में पेश किया तो वहां से दो दिन की पुलिस न्यायिक हिरासत मिल चुकी है। बड़े नशा तस्करों या फिर गैंगस्टरों के संबंध बारे जांच-पड़ताल जारी है। अभी, इस बारे कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है। अगर, इस केस में अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आई तो उन्हें भी हिरासत में लिया जा सकता है।
दूसरी बड़ी वारदात को नाकाम किया
जब से एसएसपी डॉक्टर संदीप शर्मा ने जिला शहीद भगत सिंह नगर (एसबीएस नगर) का पदभार संभाला है तो उन्होंने कुछ समय के भीतर दो बड़ी वारदात को सुलझा कर, इस बात को साबित कर दिया है कि इनके जैसे एसएसपी की पंजाब के जिलों में आवश्यकता है। जिनका एक ही उद्देश्य है कि शहर में क्राइम मुक्त कैसे किया जा सकता है। बताया जाता है कि एसएसपी शर्मा बढ़िया तकनीक के साथ काम करने वाले पुलिस अधिकारियों की सूची में आते है। यहां-यहां, इन्हें काम करने का अवसर मिला, वहां पर क्राइम ग्राफ को काफी हद तक कम करने में बढ़िया भूमिका निभाई।
आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त करने में रही अहम भूमिका
पिछले समय नवांशहर के सीआईए स्टाफ में पाकिस्तानी रचित बम धमाका के पीछे असली गुनहगार को ढूंढकर तथा इनके मंसूबों को पता लगाने में एसएसपी शर्मा की काफी अहम भूमिका रही। बताया जा रहा है कि एसएसपी ने सबसे पहले आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाई। चाहे काउंटर इंटेलिजेंस टीम तथा स्थानीय पुलिस ने इस मिशन में संयुक्त रूप से काम किया। लेकिन, सबसे बड़ी बात यह सामने आ रही है कि इस टीम में असली रोल तो एसएसपी शर्मा का रहा। डीजीपी पंजाब वीके भांवरा ने तब एसएसपी एवं अन्य टीम के रहें हिस्से को ट्वीट के माध्यम से प्रशंसा भी की।