एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।
गरीब एवं असहाय लोगों की आवाज वर्तमान में भी दबा दी जाती हैं। यू कहें कि उनकी आवाज उठाने के लिए कोई भी अपना कदम आगे बढ़ाने को राजी नहीं हैं। इन लोगों के पास सिर्फ तो सिर्फ एकमात्र आंसू शेष है, जिन्हें बहाकर खुद के मन को हल्का कर लेते हैं। प्रदेश की सत्ता में आम आदमी पार्टी का निर्धन के प्रति, उसकी सहानभूति का दावा उस समय खोखला हो जाता है, जब अमृतसर के किराए के मकान पर रहने वाली एक महिला को उसके मालिक द्वारा एक माह का किराया नहीं देने पर थप्पड़ जड़ दिए जाते हैं। मूल रूप से पठानकोट की रहने वाली रीटा पत्नी प्रेम कुमार के आंखों में सिर्फ आंसू ही शेष है। प्रशासन उसकी दलील सुनने को तैयार नहीं है। मालिक मकान ने घर से धक्के मार कर घर से बेघर कर दिया। सिर्फ कसूर इतना है कि पिछले माह का 2 हजार रुपए किराया नहीं दिया। सीएम भगवंत मान से फरियाद कर रही है कि उसे इंसाफ दिलाया जाए तथा रहने के लिए एक छत दी जाए। अब देखना होगा कि राज्य की मान सरकार, इस मामले को कितनी गंभीरता से लेती हैं।
कुछ अर्से पहले पठानकोट की रहने वाली रीटा नामक महिला अपने बीमार पति सहित गुरु-नगरी अमृतसर में बस गई। स्थानीय खजाना गेट में एक किराए का कमरा लिया। प्रतिमाह 2 हजार किराया तय हुआ। महिला अमृतसर की होम्योपैथिक केंद्र में दवा देने का छोटा-मोटा काम करती हैं। पति ठीक नहीं होने की वजह से कोई काम करने में असमर्थ है। इसलिए, महिला ही दो वक्त की रोटी के लिए काम करती है। महिला के मुताबिक, उसे पगार थोड़ी मिलती है। प्रति माह 2 हजार किराया मालिक दे दिया जाता हैं। एक माह का किराया कुछ आर्थिक तंगी की वजह से नहीं दे पाई। आरोप लगाए घर के मालिक ने उसे तंग करना शुरू कर दिया। कमरा खाली करने के लिए बोला तो, सामान नहीं ले जाने दिया। मालिक ने पहले बकाया किराया 2 हजार मांगा, लेकिन वह दे नहीं पाई तो पीड़ित महिला पर उसकी मालिक मकान ने थप्पड़ जड़ दिए।
सारा मोहल्ला इकट्ठा हो गया। वाक्यात मंगलवार की सुबह के 10 बजे के करीब का बताया जा रहा हैं। थप्पड़ जड़ने वाली महिला को हर किसी ने गलत ठहराया। लेकिन, उसे इस बात का कोई एहसास नहीं हुआ। पीड़ित महिला संबंधित थाना अपनी शिकायत लेकर पहुंची तो पुलिस ने उसे नजरअंदाज कर दिया। महिला अपनी समस्या लेकर एसएनई न्यूज संवाददाता के पास पहुंची। उसने अपनी दुख भरी कहानी बयां करते कहा कि उसे इंसाफ दिलाया जाए। उसका कसूर क्या है कि उस पर घर के मालिक ने थप्पड़ जड़ दिए। बताया जा रहा है कि घर की मालकिन भी एक महिला हैं। एसएनई न्यूज़ के माध्यम से पीड़ित महिला ने सीएम के समक्ष इंसाफ की गुहार लगाते कहा कि मान साहब, कृपया उसकी (पीड़ित महिला) की फरियाद सुनी जाए। वह आर्थिक रूप से काफी गरीब है। घर का गुजारा काफी मुश्किल से होता है। मांग की कि उसे अपना सिर ढकने के लिए एक छत दी जाए।
राष्ट्रीय अखबार के पत्रकारों ने पीड़ित महिला के आंसुओं को कर दिया नजरअंदाज
महिला अमृतसर के राष्ट्रीय अखबार के पत्रकारों से इंसाफ के लिए गुहार लगाने के लिए पहुंची। सभी ने उनके आंसुओं को नजरअंदाज कर दिया। किसी ने भी उसकी फरियाद नहीं सुनी। महिला की पीड़ा को एसएनई न्यूज ने समझा। उसकी हर बात को ध्यानपूर्वक सुना कहा कि वह इस मामले को लेकर सच्चाई के साथ प्रकाशित करेगे। हम अपने पाठकों को बताना चाहते है कि एसएनई न्यूज हमेशा ही गरीबों के आवाज के लिए लड़ता आया है तथा आगे भी लड़ता रहेगा।