एसएनई नेटवर्क.चंडीगढ़।
बड़ी जानकारी सामने आई है कि मोहाली में पुलिस के खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हमले में प्रयुक्त रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में प्रयुक्त असॉल्ट राइफल रूस निर्मित थी। आतंकवाद के बाद पहली बार पंजाब में रूसी हथियारों का इस्तेमाल आतंकी हमलों से लेकर बड़े हत्याकांड में किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि पंजाब में इन हथियारों की सप्लाई अफगानिस्तान के बाजार से हो रही है। इन्हें पंजाब तक विभिन्न रास्तों से पहुंचाया जा रहा है। सबसे आसान माध्यम ड्रोन हैं। मूसेवाला की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए शार्प शूटर शाहरुख ने भी इसकी पुष्टि की है।उसने बताया कि मूसेवाला के गार्डों के पास एके-47 रहती थी, इसलिए उसकी रेकी के बाद यह तय किया गया था कि हत्या के लिए एके-94 या उससे ज्यादा खतरनाक हथियार की जरूरत होगी।
रूसी हथियारों की सप्लाई पर चल रही जांच
हत्यारों को इसीलिए एएन-94 उपलब्ध करवाई गई, क्योंकि उसकी क्षमता एके-47 से हर मामले में दोगुनी है। मूसेवाला बुलेट प्रूफ गाड़ी से चलता था इसलिए ऐसे हथियार की जरूरत थी, जिससे लगातार फायर करके गाड़ी के शीशे को तोड़ा जा सके। उस मामले में एएन-94 सबसे ज्यादा फिट थी। हालांकि, पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है कि हत्या में प्रयुक्त असाल्ट राइफल एके-47 थी या एएन-94, लेकिन मौके पर मिले कारतूसों के खोल से विशेषज्ञ अंदाजा लगा रहे हैं कि मूसेवाला की हत्या एएन-94 से ही की गई होगी।
गोलियां हो रही हैं यहां से सप्लाई,गन हाउस रडार पर
पंजाब में अभी तक पुलिस व बीएसएफ ने हथियार ही ज्यादा पकड़े हैं। उनकी गोलियां काफी कम संख्या में पकड़ी गई हैं। मूसेवाला की हत्या के बाद सुरक्षा एजेंसी ने पड़ताल शुरू कर दी है कि विदेशी हथियारों की गोलियां पंजाब में कहां से सप्लाई हो रही हैं। इसे लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर व उत्तर प्रदेश के मेरठ के अलावा पंजाब के गन हाउस रडार पर हैं।
इसलिए भेजे जा रहे रूसी हथियार
अफगानिस्तान में रूसी हथियारों का उपयोग कम हो चुका है। वहां बाजार में तस्करों को ये हथियार आसानी से कम कीमत में उपलब्ध हैं। तस्कर 10 किलो हेरोइन की खेप के साथ दो छोटे हथियार या एक बड़ा हथियार यहां के तस्करों को उपलब्ध करवा रहे हैं। खालिस्तान समर्थक भी इन हथियारों की सप्लाई करवा रहे हैं।
रिंदा ने हथियारों की सप्लाई का सबसे बड़ा नेटवर्क भी खड़ा कर लिया
पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा इस समय पंजाब, उत्तर प्रदेश व महाराष्ट्र में रूस व चीन निर्मित हथियारों की सप्लाई का सबसे बड़ा नेटवर्क बना चुका है। रिंदा ने ही आइएसआइ के इशारे पर मोहाली में खुफिया विभाग के मुख्यालय पर हमला करवाया था। ग्रेनेड भी उसने ड्रेन के माध्यम से उपलब्ध कराया था।
ये हैं हथियारों की सप्लाई के रास्ते
अफगानिस्तान के माध्यम से पाकिस्तान, फिर वहां से ड्रोन के जरिए पंजाब की सीमा में भेजे जाते हैं। अफगानिस्तान से पाकिस्तान और फिर कश्मीर के रास्ते हथियार भेजे जाते हैं। कश्मीर से फलों की गाड़ियों में इन्हें छिपाकर आगे भेजा जाता है। चीन से पाकिस्तान और फिर कश्मीर या ड्रोन के जरिए इन्हें पंजाब भेजा जाता है। चीन से नेपाल और फिर उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश के रास्ते इन्हें पंजाब में भेजा जा रहा है।