.वरिष्ठ ब्यूरो.एसएनई न्यूज़ अमृतसर (चंडीगढ़)।
कहते है प्यार या मोहब्बत, किसी प्रकार की सीमा को नहीं देखता हैं। प्यार करने वालों में जानुन, इस कदर बोलता है कि उसे अपनो तथा किसी अन्य की कोई परवाह तक नहीं होती। वैसे भी प्यार करने वालों के बीच आने वाली हर सीमा को समाप्त कर देना ही एक सच्ची इंसानियत की मिसाल हो सकती हैं। लेकिन दो देशों की आपसी दुश्मनी , शायद, इस प्यार को नहीं समझ सकती। उनके लिए प्यार से बढ़कर आपसी दुश्मनी बनाए रखना ही आपसी मजबूरी हैं। आज दो अलग-अलग देश के रहने वाले बाशिंदों का प्यार सिर्फ तो सिर्फ दो देश की आपसी दुश्मनी की वजह से नहीं चढ़ पाया परवान। मामला भारत के प्रांत मध्य प्रदेश के एक जिला की रहने वाली 21 वर्षीय युवती के साथ जुड़ा हैं। पेशे से वह एक टीचर हैं। लेकिन, दिल अपना पाकिस्तान के रहने वाले युवक को दे बैठी। परिवार से गायब होकर पाकिस्तान जाने लगीं तो लड़की के परिवार ने कानूनी मदद लेकर लुक आउट नोटिस जारी करवा दिया। लड़की की भारत-पाक वाघा सीमा पर सीमा सुरक्षा बल की टीम ने पकड़ लिया। उसे पुलिस को हवाले कर दिया गया। पुलिस ने लड़की के क्षेत्र से संबंधित थाना तथा परिजनों को लड़की के बारे इतलाह कर दी।
सोशल मीडिया पर हुआ था प्यार
जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के रीवा जिला की 21 वर्षीय युवती कुछ समय पहले सोशल मीडिया के जरिए एक पाकिस्तानी युवक के संपर्क में आई। दोनों में दोस्ती हो गई। अध्यापिका के रूप में कार्यरत इस युवती ने पाकिस्तानी लड़के से शादी करने के लिए पाकिस्तान जाने की योजना बनाई। सबसे पहले उसने अपने परिवार वालों को बिना बताए मार्च माह में अपना पासपोर्ट बनवा लिया। अभी दो दिन पहले ही उसे पाकिस्तान एंबेसी ने पाकिस्तान जाने के लिए वीजा दिया था।
कब से गायब थी घर से..जानिए, इस रिपोर्ट में….?
मालूम हुआ है कि लड़की घर से 14 जून से गायब थी। परिवार को किसी प्रकार से जानकारी नहीं दी गई। परिवार ने उसके बारे हर जगह तलाश की, लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। इस दौरान ही उन्हें पता चला कि वह किसी पाकिस्तानी लड़के के जाल में फंस गई है और पाकिस्तान जाने की फिराक में है। इसके बाद परिजनों ने तुरंत पुलिस को इस युवती के बारे में रिपोर्ट देकर इसका लुक आउट कार्नर नोटिस जारी करवा दिया, ताकि वह पाकिस्तान नहीं जा सके।
कस्टम विभाग को दिए दस्तावेज, तो तत्काल पकड़ी
शनिवार को वह अटारी सीमा पर पहुंची और कस्टम क्लीयरेंस के लिए अपने दस्तावेज दिए। कस्टम अधिकारियों को इसका लुकआउट कॉर्नर जारी होने का पता चला तो उन्होंने उसे वहीं रोक लिया और बीएसएफ के हवाले कर दिया।