बैसाखी पर अमृतसर की कानून व्यवस्था….विक्की बराड़ के नाम पर नामचीन डॉक्टरों से मांगी फिरौती,दहशत का माहौल, डाक्टर एसोसिएशन ने पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली पर लगाए आरोप

पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया……गहनता से जांच पड़ताल आरंभ

एसएनई नेटवर्क.अमृतसर।

यहां के नामचीन डॉक्टरों को विक्की बराड़ का नाम लेकर फिरौती मांगी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि लगभग दर्जन के करीब डॉक्टरों से 5-5 लाख रुपए की फिरौती की मांग की गई। मामला पुलिस आयुक्त के पास हैं। क्षेत्र में दहशत का माहौल हैं। डाक्टर एसोसिएशन ने पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली पर आरोप लगाए हैे। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। गहनता से जांच पड़ताल आरंभ हो गई। जिन-जिन नंबर से फिरौती की मांग की गई है, उनका मोबाईल नंबर एक ही हैं। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इस केस के तार पंजाब के अन्य राज्य से जुड़ रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक, वहां पर एक पुलिस टीम भेजी गई हैं। उधर, डॉक्टर एसोसिएशन ने पुलिस की ढीली कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन पर आरोप लगाए हैं। 

हैरान, करने वाली बात यह है कि इस केस में एक नामचीन डॉक्टर को एक बार नहीं दो बार धमकी आई हैं। उनसे 5 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। पैसे जमा कराने के लिए बैंक का अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोर्ड का विवरण किया गया। पुलिस के पास लिखित शिकायत डॉक्टर द्वारा पहुंच गई। पुलिस ने सुरक्षा के नाम पर एक सुरक्षा कर्मी मुहैया करा दिया हैं, जबकि, अब फिरौती मांगने वाले अज्ञात ने डॉक्टर के व्हाट्सएप नंबर पर एक संदेश भेजा हैं कि उसे आपके हर पल-पल की जानकारी है कि आप कहा जाते है किस तरफ आते हों। मेरी मांग पूरी कीजिए, अन्य मैं अपनी पिस्टल के माध्यम से 11 गोलियां दाग दूंगा। इस बात की एक वीडियो भी जारी की हैं। फिलहाल , पुलिस ने अन्य डॉक्टर के बयान पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं, जबकि, डॉक्टर की शिकायत पर अभी तक जांच जारी हैं। 

पूर्व सेवानिवृत्त अमृतसर सिविल अस्पताल के डाक्टर राकेश शर्मा ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। उन्होंने पुलिस की जांच पड़ताल पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि पुलिस के आयुक्त के पास लिखित शिकायत होने के बावजूद अभी तक मामला ही नहीं दर्ज किया गया। ऊपर से पुलिस आयुक्त के आवास मुलाकात करने के लिए पहुंचे तो उन्हें यह कह कर वापस भेज दिया गया कि पुलिस आयुक्त घर पर ही नहीं हैं। जबकि, पुलिस आयुक्त घर में ही उपस्थित थे। जानबूझकर , उनके साथ पुलिस आयुक्त के उपस्थित कर्मचारियों ने उनके साथ झूठ बोला। वैसे भी डॉक्टरों में भय का माहौल हैं। ऊपर से पुलिस किसी भी तरह से उन्हें सहयोग नहीं दे रही हैं।  

इन-इन के पास पहुंचा मामला..लेकिन कार्रवाई जीरो

सिविल अस्पताल (अमृतसर) डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डाक्टर राकेश के मुताबिक, डा. के मामले में पंजाब पुलिस के निदेशक आईपीएस गौरव यादव, एडीजीपी, आईजी पुलिस, पुलिस आयुक्त अमृतसर, प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान, स्थानीय आप विधायक तक लिखित रूप से वह शिकायत भेज चुके हैं। लेकिन, बड़ी हैरान करने वाली बात है कि कार्रवाई के नाम सब कुछ जीरो हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आप सरकार ने आम जनता तक संदेश दिया था कि प्रत्येक अधिकारी मुश्किल आने पर आम जनता की सुनवाई करेंगे, जबकि, सच्चाई इस बात की है कि सुनवाई किसी की नहीं होती हैं। 

डॉक्टरों में भयं का माहौल 

फिरौती का मामला सामने आने पर अमृतसर के डॉक्टरों में भयं का माहौल हैं। समाज की सेवा करने वाले डॉक्टरों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो चुका हैं। ऊपर से डॉक्टरों का आरोप है कि पुलिस उनके मामले में सहयोग नहीं कर रही हैं। डाक्टर राकेश शर्मा ने कहा कि पुलिस को डॉक्टर के पास जाकर उन्हें विश्वास में लेना चाहिए कि पुलिस हमेशा उनके साथ खड़ी हैं। हर संभव मदद करेगी, लेकिन, ऐसा बिल्कुल नहीं किया जा रहा हैं। इससे एक बात साबित हो जाती है कि अमृतसर की कानून व्यवस्था बैसाखी पर हैंं तथा लोगों में गैंगस्टरों का खौफ पूरा हैं। 

जल्द आरोपी गिरफ्त में होगा

एसीपी उत्तरी वरिंद्र सिंह ने कहा कि किसी डॉक्टर को घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। पुलिस उनके साथ खड़ी हैं। इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा हैं। एक डॉक्टर के बयान पर थाना मजीठा रोड में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। डॉक्टर के मामले की जांच पड़ताल जारी हैं। पुलिस कथित अपराधी के काफी नजदीक पहुंच चुकी हैं। कभी भी गिरफ्तारी हो सकती हैं। बैंक को नोटिस भेज कर अकाउंट नंबर की डिटेल मांगी गई हैं। 

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