एसएनई नेटवर्क.लुधियाना।
पंजाब में हुए लेबर ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री और कांग्रेसी नेता भारत भूषण आशू पर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी है। इस घोटाले की जांच कर रही विजिलेंस ब्यूरो के विश्वसनीय सूत्रों से पता चला की कि एफआईआऱ में किसी भी समय आशू का नाम जुड़ सकता है।
लुधियाना जिले की मंडियों में गेहूं की लोडिंग-अनलोडिंग का टेंडर लेने वाली कंपनियों की कई गड़बड़ियां सामने आई हैं। इसमें कई अधिकारी नामजद किए जा चुके हैं। विजिलेंस ब्यूरो ने इस घोटाले से जुड़ी एफआईआर को ‘ओपन’ रखा है। जांच के दौरान जिस-जिस अधिकारी और अन्य लोगों का नाम सामने आएगा, इसे इस एफआईआर में जोड़ लिया जाएगा। विजिलेंस ब्यूरो ने लुधियाना में गड़बड़ी सामने आने के बाद राज्य की सभी मंडियों में लेबर ट्रांसपोर्ट से जुड़े टेंडरों का रिकॉर्ड मंगवा लिया है।
विजिलेंस ब्यूरो से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इस केस में आशू का नामजद होना लगभग तय है। हालांकि अभी कोई अधिकारी खुलकर ये बात नहीं कह रहा। आशू के खासमखास और उनके पीए रहे मीनू पंकज मल्होत्रा को एफआईआर में नामजद किया जा चुका है। फिलहाल मीनू मल्होत्रा फरार है।
गुरप्रीत सिंह की शिकायत पर दर्ज है केस
यह केस गुरप्रीत सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। गुरप्रीत सिंह और उनके साथियों ने इस घोटाले में आशू का नाम लिया है। उसके बाद आशू ब्लैंकेट बेल के लिए हाईकोर्ट चले गए।