सरकार के दावों की खुली पोल—तरनतारन का यह स्मार्ट स्कूल बिना प्रिंसिपल और स्टाफ के ही चल रहा, मुख्य कमरों पर क्षेत्रीय कार्यालय का कब्जा

सरकारी स्मार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का बाहरी दृश्य

वरिष्ठ पत्रकार अमित मरवाहा. तरनतारन।

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार चाहे शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लाख दावे कर रही हो लेकिन सरकार के दावों की पोल उस समय खुल जाती है जब खुद को स्मार्ट कहलाने वाला स्कूल बिना किसी प्रिंसिपल और जरूरी स्टाफ के चल रहा है। शहर में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़के में 3000 से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। लेकिन इस स्कूल में प्रिंसिपल के ना होने के कारण अवस्थाएं चलती रहती हैं। 

स्कूल की अभिभावक शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश कुमार मुरादपुरिया ने बताया कि सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़की जिससे कि सरकार ने स्मार्ट स्कूल घोषित कर रखा है, प्रिंसिपल और स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। स्कूल में फिजिकल एजुकेशन, पॉलिटिकल साइंस, बायोलॉजी शिक्षक तक नहीं है। इसके साथ ही स्कूल में डीपी शिक्षक का पद भी खाली है। इस बार तो शिक्षक की कमी के चलते +1 में पढ़ाई करने वाले छात्रों का बायोलॉजी का एसेसमेंट पेपर तक नहीं हुआ। जिससे स्कूल में मेडिकल की शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र बायोलॉजी की शिक्षा से वंचित रह रहे हैं। 

यही हाल राजनीतिक विज्ञान और शारीरिक शिक्षा के सब्जेक्ट रखने वाले छात्रों का है। अभिभावक शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश कुमार मुरादपुरिया ने बताया कि उक्त स्कूल में 28 सेक्शन बनाकर छात्रों को पढ़ाई करवाई जाती है। लेकिन इन छात्रों को क्लासरूम तक नहीं मिल पा रहे स्कूल में क्लास रूम की बेहद कमी है। इतना ही नहीं पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने इस स्कूल के दो बड़े कमरों और 2 हाल पर बरसों से अपना कब्जा जमा रखा है। जिसके चलते छात्रों को बाहर मजबूरी और गर्मी में धूप में बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है। 

स्कूल की अभिभावक शिक्षक एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश कुमार मुरादपुरिया

उच्च अधिकारियों से मांग लेक्चरर के पद शीघ्र भरे जाएं

स्कूल की अभिभावक शिक्षक एसोसिएशन ने पंजाब सरकार एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि स्कूल में प्रिंसिपल सहित अन्य लेक्चरर के पद शीघ्र भरे जाएं। इसके साथ ही स्कूल में जो क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा क्लास रूम और हाल में कब्जा किया गया है। उसे तुरंत कब्जा मुक्त किया जाए ताकि वह स्थान भी बच्चों को पढ़ाने के उपयोग में लाया जा सके।

जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी हर भगवंत सिंह

लिखित शिकायत मिलने पर की जाएगी कार्रवाई- जिला शिक्षा अधिकारी

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा स्कूल के क्लास रूम और हाल पर किए गए कब्जे के संबंध में  बातचीत करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी हर भगवंत सिंह ने कहा कि अभिभावक शिक्षक एसोसिएशन द्वारा यदि उन्हें लिखित में शिकायत की जाएगी तो वह उस पर कार्रवाई करेंगे। स्कूल में प्रिंसिपल व अन्य स्टाफ की कमी के बारे में बातचीत करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि सरकार की पॉलिसी के अनुसार ही प्रिंसिपल और स्टाफ की नियुक्ति होगी। सरकार को स्कूलों में शिक्षकों की कमी के बारे में सब पता है। 

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