एक नेक सोच की प्रयासों से 2 साल पहले खोला था विद्यालय- अब तक 55 झुग्गी झोपड़ियों के बच्चों ने करवाई रजिस्ट्रेशन
अविनाश शर्मा .बटाला/गुरदासपुर।
लंबे समय से राष्ट्रहित की सेवाएं देने वाले शिवसेना बाल ठाकरे के राज्य उप प्रमुख हरविंदर सोनी ने एक नई सोच के साथ गुरदासपुर के नजदीक स्थित झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों की जिंदगी सुधारने के लिए करीब 2 साल पहले एक विद्यालय शुरू किया गया। अब तक इस विद्यालय में 55 बच्चों की रजिस्ट्रेशन हो चुकी है और विद्यालय की तरफ से उक्त बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है।
हरविंदर सोनी ने बताया कि उनके कार्यालय में एक महिला कर्मचारी की तरफ से 2 साल पहले नवरात्रों में सड़कों पर भिक्षा मांगने वाले बच्चों को शिक्षित करने के लिए उनके साथ विचार-विमर्श किया गया। उसके बाद इस बात पर अमल करने के लिए उन्होंने उच्च कदम उठाने का बीड़ा उठाया। करीब 2 सालों में उनके शिवसेना विद्यालय में करीब 55 बच्चों की रजिस्ट्रेशन हो चुकी है। नर्सरी से लेकर नौवीं कक्षा तक के बच्चे उनके शिवसेना विद्यालय में सामाजिक-धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए पहुंच रहे हैं।
सोनी ने बताया कि शिवसेना विद्यालय में उक्त बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। इस शिक्षा विद्यालय में झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उक्त बच्चे अब अपने राष्ट्रवाद और सामाजिक नीतियों संबंधी अवगत हो चुके हैं।
सोनी के मुताबिक, कुछ समय पहले झुग्गी झोपड़ी का दौरा भी किया गया था। वहां पर कई तरह की समस्याएं देखने को मिली थी। प्रशासन के सहयोग से झुग्गी झोपड़ी में सीवरेज की समस्या का हल भी करवाया जा चुका है।
सरकार-प्रशासन से अपील
सोनी ने सरकार-प्रशासन से मांग करते हैं कि झुग्गी झोपड़ी के लोगों को आने वाली अन्य समस्याओं से भी निजात दिलाने के लिए आगे आए। उनके मुताबिक, इन बच्चों का भविष्य काफी उज्जवल होता है, अगर सरकार ने इनके लिए थोड़े प्रयास करें तो देश के विकास में यहीं बच्चे बड़े होकर नहीं राह दिखा सकते है।
नवरात्रों में चलती है पूजा-पाठ
सोनी ने बताया कि उक्त बच्चे अब भिक्षा मांगना छोड़ कर अन्य बच्चों की तरह अपनी जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। खास बात उक्त बच्चे अपने महिला अध्यापक की तरह नवरात्रों में पूजा पाठ भी कर रहे हैं। उनके मुताबिक झुग्गी झोपड़ी में भी रहने वाले इंसान हैं और उनको भी देश के बढ़िया जीवन व्यतीत करने वाले नागरिकों की तरह हर सुविधा मिलनी चाहिए। सोनी ने कहा कि अगर हमारा समाज शिक्षित होगा तो हमारा देश बहुत उन्नति करेगा।
हर बच्चे में बसता है भगवान
सोनी के मुताबिक हर बच्चे में भगवान बसता है। इन बच्चों को पढ़ाना , वह अपने जीवन के लिए एक सौभाग्य समझते है। इन बच्चों के दिमाग को दाद देनी पड़ेगी कि इन्हें एक चीज़ को समझाने के बाद अपने दिमाग में डाल लेते है तथा हर कार्य को समय से पहले करना अपने जीवन का लक्ष्य मानकर चलते है। इससे साफ प्रतीत होता है कि यह लोग वाक्य ही बड़े होकर देश का भविष्य होगे।
परिवार ने दिया पूरा सहयोग
सोनी के मुताबिक, उन्हें हर कार्य में अपने परिवार का सहयोग मिला है। जबकि, इन बच्चों के लिए परिवार ने शुरु लेकर अब तक उनके कार्य में हर प्रकार से सहयोग दे रहे है। इस विद्यालय को शुरू करने के लिए जब स्वजनों से बातचीत की तो उन्होंने इस कार्य के लिए प्रशंसा करते हुए आगे बढ़ने के लिए हौसला दिया। फिर क्या था अपनी मंजिल पर चलने के लिए उन्हें नई राह मिल गई।
विश्वविद्यालय खोलने तक नहीं रुकेगी राह
सोनी के मुताबिक , विद्यालय से ये बच्चे शिक्षा हासिल करने के बाद उनके लिए विश्वविद्यालय खोलने के लिए भविष्य में सोच रखा है। उनके मुताबिक , अगर जीवन में सोच अच्छी तथा कुछ करने की तमन्ना हो तो हर कार्य संभव हो जाता है। उन्होंने बताया कि यह गरीब बच्चे विश्वविद्यालय की फीस नहीं भर पाएंगे, इसलिए उन्होंने अपनी जिंदगी में सोच रखा है कि विश्वविद्यालय खोलने का वह हर संभव राह निकालेगे।