बटाला ब्रेकिंग….पास्टर से मारपीट का आयोग ने लिया संज्ञान….डीएसपी-एसएचओ ने किए पीड़ित परिवार के बयान  कलमबंद 

नितिन धवन.बटाला।
गांव भांबड़ी में पास्टर पर हमले के मामले में पंजाब अल्पसंख्यक आयोग की टीम ने संज्ञान लिया है। आज आयोग के सदस्य डॉ. सुभाष थोबा पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे और पास्टर सहित दूसरे पक्ष के लोगों से बातचीत कर बयान कलमबंद किए।

इस दौरान पास्टर अशोक मसीह ने बताया 17 अप्रैल को गांव भांबड़ी में ईस्टर के पावन अवसर पर गांव भांबड़ी की चर्च में प्रार्थना सभा चल रही थी। वह और ईसाई भाईचारे के लोग चर्च में प्रार्थना कर रहे थे। इसी दौरान चर्च के बाहर गली में शोर सुनाई दिया। मैं बाहर निकला तो चर्च के बाहर रखे गमलों को तोड़ दिया गया था। मैंने हंगामा करने वाले लोगों को रोका तो उन्होंने मुझे और मेरी पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। पास्टर अशोक ने बताया कि मेरे छोटे भाई मुकेश मसीह बाहर आया तो उन्होंने उस पर भी पेचकस व दातर से वार किए। ये लोग पहले भी हम पर हमला कर चुके हैं। इन्होंने चर्च के दरवाजे को धक्के मारकर कुंडी तोड़ दी। चर्च के अंदर घुसने का प्रयास किया। इस तरह से उन्होंने चर्च की मर्यादा का उल्लंघन किया है।

इस मामले की शिकायत अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन प्रो. इमैनुएल नाहर के पास पहुंची थी। प्रो. नाहर ने आयोग के सदस्य डॉ. सुभाष थोबा व तीन ईसाई नेताओं को जांच के लिए गांव भांबरी में भेजा। डा. थोबा, डीएसपी जतिंदर पाल सिंह, एसएचओ बलजीत कौर और भारी पुलिस बल गांव भांबरी पहुंचा और पास्टर अशोक मसीह के बयान कलमबंद किए।

इसके बाद दूसरे पक्ष जिन पर हमला करने के आरोप लगे थे उनके भी बयान लिए गए। दोनों पक्षों के बयान लेने के बाद आयोग ने पुलिस को निर्देश दिया कि इस मामले में दोनों पक्षों ने रजामंदी की बात चल रही है। अगर यह मामला रजामंदी से खत्म नहीं होता तो पुलिस प्रशासन हमलावरों पर कार्रवाई करे।

इस मौके पर इसादास टोनी प्रधान, मंडी बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जेम्स मसीह, सरपंच विल्सन मसीह, सर्बजीत रंधावा, सरपंच विनय हरचोवाल, सोनू रंधावा के अलावा मसीही भाईचारे के लोग उपस्थित थे।

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