अनिल सहदेव.बटाला (गुरदासपुर)।
पंजाब रोडवेज बस चालक गुरुवार पानी की टंकी पर चढ़ गया। चेतावनी देने लगा कि अगर उसे नौकरी पर दोबारा बहाल नहीं किया तो जहां के छलांग लगा कर आत्महत्या कर लेगा। वाक्य सुबह 9-10 बजे के करीब का बताया जा रहा हैं। आरोप थे कि एक दिन पहले सरकारी बस का डीजल चोरी किया था। जांच टीम ने उसे छापेमारी दौरान पकड़ा था, जबकि चालक का तर्क था , उसे जानबूझकर फंसाया गया। चालक की कार्रवाई से पुलिस तथा बस स्टैंड प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। रोडवेज के जनरल मैनेजर तथा पुलिस प्रशासन के आश्वासन उपरांत ठीक साढ़े चार घंटा उपरांत चालक की शर्त को मान लिया गया था वह टंकी से सुरक्षित तरीके से नीचे उतर आया। बताया जा रहा है कि कर्मचारी आउटसोर्स तरीके से रखा गया। फिलहाल, इस पूरे प्रकरण को लेकर विभागीय जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए।
गुरुवार के दिन बस चालक दलजीत सिंह को विभाग की तरफ से डीजल चोरी करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। दलजीत सिंह इस आदेश को सहन नहीं कर पाया। रोष स्वरूप वह पंजाब रोडवेज के डिपो पर चढ़ गया। वाक्य करीब 9-10 बजे के करीब का था। ऊपर से चेतावनी देने लगा कि अगर विभाग ने उसके निलंबित आदेश को तत्काल वापिस नहीं लिया तो वह यहां से कूद कर अपनी जान दे देगा। सूचना मिलने पर पंजाब रोडवेज यूनियन के पदाधिकारी सहित कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे।
मामला पुलिस प्रशासन तथा विभाग के उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा। सभी मौके पर इकट्ठा हो गए। हर किसी ने चालक को समझाने का प्रयास किया। कुछ ने ऊपर चढ़ने का प्रयास किया तो चालक ने चेतावनी दे डाली कि वह यहां से कूद कर अपनी जान दे देगा। उसने अपनी मांग रखते कहा कि अगर, उसके निलंबित के आदेश विभाग तत्काल वापस ले लेता है तो वह नीचे उतर आएगा, अन्यथा नहीं। पुलिस प्रशासन ने पंजाब रोडवेज के अधिकारियों के साथ एक बैठक की तथा उन्हें समझाया कि आदेश को वापस ले लिया जाए । इस बात को लेकर विभाग ने पुलिस प्रशासन की बात को मान लिया।
सभी ने चालक को आश्वासन दिया कि अब उसके निलंबित के आदेश वापस ले लिए गए तथा वह अब अपने फैसले को बदल कर नीचे उतर जाए। दोपहर बाद चालक दलजीत सिंह सभी के आश्वासन उपरांत नीचे उतर आया।
चालक की दलील
बस चालक दलजीत सिंह ने अपनी दलील दी कि वह एक ईमानदार तथा परिश्रमी कर्मचारी हैं। कभी किसी के साथ धोखा, चोरी नहीं की। जानबूझकर, उसे फंसाया गया। इसमें उसका कोई दोष नहीं था। कोई बात नहीं, जांच कमेटी में सब सच्चाई दूध और पानी की तरह साफ हो जाएगी। जिन्होंने, उसके खिलाफ इस प्रकार का षडयंत्र रचा है, उन सबके काले चिट्ठे जांच कमेटी में सामने आ जाएगे।
जांच के आदेश जारी कर दिए
इस पूरे प्रकरण को लेकर पंजाब रोडवेज डिपो के जीएम परमजीत सिंह ने बताया कि फिलहाल निलंबित के आदेश वापस तो जरुर ले लिए हैं, लेकिन इस पूरे प्रकरण को लेकर उच्च स्तरीय कमेटी के समक्ष जांच के आदेश जारी कर दिए। जांच में आरोप साबित होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। बख्शा किसी को नहीं जाएगा।