एसएनई नेटवर्क.अमृतसर.चंडीगढ़।
इन दिनों देश का अमृतसर शहर काफी चर्चा में बना हैं। क्योंकि, पिछले दिनों समुद्र तट से बरामद हुई हेरोइन खेप के तार जो अमृतसर शहर से जुड़ रहे हैं। कितनी खास बात है कि अमृतसर की केंद्रीय जेल में बैठा एक नाईजीरियन कैदी , इस नेटवर्क को चला रहा हैं। इतना ही नहीं, उसके पास मोबाईल तक हैं, जिसके माध्यम से वह पाकिस्तान में बैठे ड्रग तस्करों के साथ संपर्क करता हैं। इधर, अमृतसर केंद्रीय जेल प्रशासन, इस बात से अंजान है तथा इस बात को सिरे से भी नकार रहा हैं। जबकि, गुजरात के आतंकवादी निरोधी दस्ता के निदेशक इस बात के बारे पूरे साक्षय के साथ बयां कर रहे है कि नेटवर्क अमृतसर की केंद्रीय जेल से चल रहा हैं। हैरान करने वाली बात है कि कथित कैदी के पास मोबाईल कहां से आया। क्या जेल प्रशासन की मदद से नेटवर्क चल रहा है या फिर जेल प्रशासन को सचमुच, इस बारे कुछ पता नहीं हैं। यह सभी सवाल कहीं न कहीं पंजाब सरकार तथा जेल प्रशासन पर खड़े होते है, क्योंकि पंजाब की वर्तमान सरकार, इस बात का दावा करती है कि अब पंजाब की जेल में मोबाईल नहीं चलते हैं। क्योंकि, जेल के हर विचारधीन एवं कैदी पर नजर रखी जा रही हैं। फिलहाल, यह दावा तो बिल्कुल फेल हो चुका हैं।
सूत्रों के हवाले से पक्की जानकारी हासिल हुई है कि पंजाब के अमृतसर की केंद्रीय जेल में बंद नाईजीरियन नशा तस्कर अनीचीफ बीना लंबे अर्से से पाकिस्तान के तस्करों के साथ संपर्क में हैं। उसका नेटवर्क मोबाईल के व्हट्सऐप एवं एक आधुनिक ऐप के माध्यम से चल रहा हैं। फिलहाल, सूत्रों से इस बात की भी जानकारी सामने आई है कि नाईजीरियन नशा तस्कर को गुजरात की आतंकवादी निरोधी दस्ता (एटीसी) कभी भी ट्रांजिट रिमांड के लिए यहां पर ला सकता हैं। क्योंकि, इसके नेटवर्क तथा जड़ों तक पहुंचाने के लिए पूछताछ काफी जरुरी हैं। कुल मिलाकर, इस पर्दे के पीछे की तस्वीरें, इस बात की ओर संकेत देती है कि इन नशा तस्करों के लिए जेल एक प्रकार से आरामदायक साबित हो रही हैं। जेल में ही उनके लिए देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देना काफी आरामदायक साबित हो रहा हैं।
चर्चा, इस बात की काफी चल रही है कि पाकिस्तान नशा तस्करों ने अब सीमा के रास्ते को छोड़कर अरब सागर के माध्यम से हेरोइन खेप को भारत में पहुंचाने में काम शुरु कर दिया। लेकिन, इनके मंसूबों को आतंकवादी निरोधी दस्ते ने हमेशा ही धव्स्त किया। 1 वर्ष के भीतर, गुजरात, महाराष्ट्र की बंदरगाह पर सामान के भीतर हेरोइन पहुंचाने का काम हुआ। लेकिन एटीएस एवं समुद्री एजेंसियों ने इस नाकाम कर दिया तथा भारी मात्रा में मादक पदार्थ पकड़े। दुश्मन देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई को हर बार हार देखना बर्दाशत नहीं हो रहा हैं। इसलिए, वह भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रही हैं।
आईएसआई अब पंजाब के युवाओं को नशे के व्यापार तथा देश विरोधी हरकतों को अंजाम देने के लिए अपने जाल में फंसा रही हैं। इसके लिए , उन्हें हवाला के माध्यम से काफी मोटा पैसा भेजा जा रहा हैं। जब पकड़े जाते है तो पूछताछ में खुलासा होता है कि उन्हें पाकिस्तान की आईएसआई मदद कर रही हैं। जेल में बैठे कुख्यात नशा तस्कर तथा गैंगस्टरों को भी पाकिस्तान की आईएसआई हर प्रकार से मदद पहुंचा रही हैं। चाहे, इनके नेटवर्क को केंद्रीय एजेंसी तोड़ने में कामयाबी भी हासिल कर रही हैं। फिर भी एक प्रकार से गंभीर चिंता का विषय भी हैं।